विकास की उम्मीदों पर उड़ान भरने के लिए प्रदेश तैयार..

तकदीर बदल देगा ‘राइजिंग राजस्थान’..आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे आगाज! 


तीन दिवसीय ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आज से शुभारंभ, पीएम करेंगे निवेश सम्मेलन का करेंगे उद्घाटन, 32 देश भाग लेंगे, हजारों करोड़ के निवेश के होंगे एमओयू 

5000 से अधिक निवेशक, कारोबार और व्यापार जगत के अधिकारी, डेलीगेट्स और अन्य प्रतिभागी रहेंगे मौजूद, 17 देशों की भागीदारी ‘पार्टनर कंट्री’ के रूप में होगी

प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य, कई बड़े उद्योगपति कर सकते हैं कई बड़े ऐलान

जयपुर। राजस्थान की तकदीर बदलने वाला ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आज से आरंभ होने जा रहा है। राजधानी जयपुर में इस समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्रिमंडल और राज्य मंत्रिमंडल के कई सदस्य, 5000 से अधिक निवेशक, कारोबार और व्यापार जगत के अधिकारी, डेलीगेट्स और अन्य प्रतिभागी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो का भी उद्घाटन करेंगे। हालांकि ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से पहले 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के लिए एमओयू किये जा चुके हैं। इस इन्वेस्टमेंट समिट में 32 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जिनमें 17 देशों की भागीदारी ‘पार्टनर कंट्री’ के रूप में होने जा रही है।
इस कार्यक्रम की शुरूआत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के स्वागत भाषण से होगी। जिसके तहत राज्य के विकास के लिए किए जा रहे कामों, राज्य सरकार का एजेंडा और अगले 5 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करके 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने के लक्ष्य के बारे में मुख्यमंत्री चर्चा कर सकते हैं। उद्घाटन सत्र में कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, गौतम अडानी, आनंद महिंद्रा, संजीव पुरी, अजय एस. श्रीराम जैसे शीर्ष उद्योगपति और जापान के राजदूत केइची ओएनओ सहित कई व्यापारिक समूहों के शीर्ष अधिकारी और राजनयिक भी शामिल होंगे। उद्घाटन सत्र में कुछ बड़े उद्योगपति मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रमुख नीतिगत सुधारों और उसके जरिए राज्य में आ रहे बदलाव और कारोबार-व्यापार जगत की व्यावसायिक क्षमता के बारे में अपने-अपने विचार साझा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और उद्घाटन भाषण देंगे। यह सम्मेलन जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में आयोजित होगा।


पहले ही किए जा चुके है 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश के एमओयू 
जानकारी के अनुसार इस सम्मेलन से पहले 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के लिए करार (एमओयू) किये जा चुके हैं। उद्घाटन सत्र में कुछ प्रतिष्ठित उद्योगपति मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रमुख नीतिगत सुधारों और उसके जरिए राज्य में आ रहे बदलाव और कारोबार-व्यापार जगत की व्यावसायिक क्षमता के बारे में अपने-अपने विचार साझा करेंगे। इसके अलावा इस निवेश शिखर सम्मेलन में 32 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जिनमें 17 देशों की भागीदारी ‘पार्टनर कंट्री’ के रूप में होने जा रही है। इस तीन दिवसीय निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिभागी देशों और राजस्थान के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए कुल आठ देशों के लिए राष्ट्रीय सत्र और राउंड टेबल का आयोजन भी किया जा रहा है।

इंवेस्टमेंट समिट में कुल 32 देश लेंगे हिस्सा, 17 देश पार्टनर कंट्री
सम्मेलन में भाग लेने वाले 34 देशों में 17 देश ‘पार्टनर कंट्री’ हैं। इनमें डेनमार्क, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, स्पेन, क्यूबा, वेनेजुएला, मोरक्को, अर्जेंटीना, ब्राजील, कोस्टा रिका, नेपाल, ओमान, पोलैंड और थाईलैंड शामिल हैं। बाकी देश, जो विभिन्न क्षमताओं में इस इन्वेस्टमेंट समिट में भाग ले रहे हैं, उनमें अमेरिका, यूके, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मिस्र, फिनलैंड, रूस, सेशेल्स, चाड, इक्वाडोर, घाना, इराक, मेडागास्कर, पैराग्वे और जिम्बाब्वे शामिल हैं।

समिट में तकनीकी परिवर्तनों और उभरते अवसरों पर चर्चा की जाएगी
इस तीन दिवसीय सम्मेलन के मुख्य आकर्षणों में उद्घाटन और ‘कंट्री सेशन्स’ के अलावा, प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव, एमएसएमई कॉन्क्लेव और 12 क्षेत्रों के लिए थीमैटिक सत्र शामिल हैं। इन सत्रों में देश और दुनिया के कई विशेषज्ञ, उद्योग और व्यापार जगत के शीर्ष अधिकारी, केंद्र और राजस्थान सरकार के अधिकारी भाग लेंगे। और, इस दौरान संबंधित विषय से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों, तकनीकी परिवर्तनों और उभरते अवसरों पर चर्चा की जाएगी। 12 थीम आधारित सत्रों में महिला उद्यमिता, विनिर्माण, जल प्रबंधन और स्थिरता, सस्टेनेबल ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, सस्टेनेबल माइनिंग, स्टार्टअप, शिक्षा, सस्टेनेबल वित्त, कृषि-व्यवसाय, पर्यटन और इन्फ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन के नाम शामिल हैं।

10 दिसंबर को होगा राजस्‍थानी कॉन्‍क्‍लेव का आयोजन, 11 को एमएसएमई कॉन्क्लेव 
ये सत्र आर्थिक विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए नवाचार, स्थिरता और समावेशिता का लाभ उठाने के लिए राजस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा करेंगे। बयान के अनुसार सम्मेलन के दूसरे दिन (10 दिसंबर) को प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में फैले हुए प्रवासी राजस्थानी को एक मंच पर लाना और उनके बीच आपसी सहयोग और राजस्थानी होने की भावना को बढ़ावा देना है। एमएसएमई कॉन्क्लेव का आयोजन तीसरे दिन (11 दिसंबर) रखा गया है जिसमें इस क्षेत्र की भविष्य की चुनौतियों व तैयारी पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन का एक प्रमुख आकर्षण ‘राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो’ भी है।


पीएम मोदी ‘राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो’ का भी उद्घाटन करेंगे
समारोह में पीएम मोदी ‘राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो’ का भी उद्घाटन करेंगे। समारोह की शुरुआत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के स्वागत भाषण से होगी। उसमें वे राज्य के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों, राज्य सरकार के एजेंडे और अगले 5 बरसों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करके 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने के लक्ष्य के बारे में चर्चा कर सकते हैं। समिट का एक प्रमुख आकर्षण राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो भी है, जिसमें राजस्थान पैवेलियन, कंट्री पैवेलियन, स्टार्टअप पैवेलियन और प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (पीएसई) सहित प्रमुख भारतीय और वैश्विक व्यापार समूहों द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यह प्रदर्शनी न केवल राजस्थान की अपार संभावनाओं और विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा ताकतों के बारे में जानकारी देगी, बल्कि व्यवसायों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने वाली राज्य की प्रगतिशील नीतियों को भी प्रदर्शित करेगी।