टोंक का शंकर हत्याकांड मामला
परिजनों और प्रशासन के बीच समझौता
नागौर सांसद बेनीवाल की दखल से हुआ समझौता
मृतक के परिजनों को मिलेंगे 50 लाख रुपए और एक को संविदा पर नौकरी
मृतक के भाई ने कराया मामला दर्ज
4 पुलिसकर्मियों सहित 14 के खिलाफ पीपलू थाने में मामला दर्ज
टोंक;-
टोंक जिले के बहुचर्चित शंकर मीणा हत्याकांड मामले में मृतकों के परिजनों और प्रशासन के बीच समझौता हो गया है। नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल के जबरदस्त विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार प्रशासन को झुकना पड़ा और इस मामले में सहमति के साथ परिजनों से समझौता हो गया। इस समझौते के तहत मृतक के परिजन को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और एक परिजन को संविदा पर नौकरी देने पर सहमति बनी है। इसके बाद प्रशासन ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। उधर मृतक शंकर मीणा के भाई पिंटू मीणा ने पीपलू थाना में एक एफ आई आर दर्ज कराई है जिसमें मृतक के गुप्तांग और जीभ काटने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में थाना पीपलू के गश्ती दल के हेड कांस्टेबल राजेंद्र खारोल, राहुल चौधरी, चिरंजीलाल और ड्राइवर पुलिस गश्ती दल को नामजद किया गया है। साथ ही लीज धारक प्रदीप सेठी, रॉयल्टी ग्रुप नाकों के मालिक मेघराज सिंह, मुकेश जाखड़, गणपत सिंह ,सागर चौधरी, हंसराज गुर्जर, शेख गुर्जर, सोप सिंह, युधिस्टर और सुरेंद्र के खिलाफ भी नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। आपको बता दें पिछले दिनों पीपलू उपखंड क्षेत्र के गाता से डोडवानी रास्ते पर शंकर मीणा की हत्या कर दी गई थी और आरोप लगाया गया था कि इस मामले में बजरी कारोबार से जुड़े लोग शामिल है। फिलहाल इस हत्याकांड की जांच पुलिस कर रही है।
ब्यूरो रिपोर्ट, हमारा समाचार