पहलगाम पर सर्वदलीय बैठक में PM नहीं आए:--- खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। खड़गे ने कहा- देश की बदकिस्मती है कि जब देश के स्वाभिमान को धक्का पहुंचा हो, उस वक्त आप बिहार में चुनावी भाषण कर रहे थे।

सर्वदलीय बैठक में सब दलों के नेता आए, लेकिन दुख है कि पीएम मोदी उस बैठक में नहीं आए। बिहार दूर था क्या? सर्वदलीय बैठक में पीएम आते और योजना बताते। हमसे क्या मदद चाहिए।

खड़गे सोमवार को जयपुर के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'संविधान बचाओ रैली' को संबोधित कर रहे थे।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- पहले पुलवामा में हुआ, अब पहलगाम में हुआ, यह चूक कहां हुई, यह पूछने का हिंदुस्तानी को अधिकार है। मोदीजी आपने वादे किए थे उनका क्या हुआ? एक के बदले 100 सिर कब आएंगे, उस वादे का क्या हुआ?

इससे पहले, जयपुर एयरपोर्ट पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित वरिष्ठ नेताओं ने खड़गे की अगवानी की।

रैली के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान के कांग्रेस नेताओं के साथ तीन अलग-अलग बैठक करेंगे। इनमें संगठनात्मक मुद्दों पर फीडबैक लेने के साथ ही जिलों को नए सिरे से गाइडलाइन दी जाएगी। 

पहलगाम आतंकी हमला: आप (मोदी) 56 इंच की छाती की बात करते हो। अरे बाबा, कम से कम पहलगाम आतंकी हमले पर सर्वदलीय बैठक में बैठते तो हमें पता लगता कि क्या करने वाले हैं? हम सब पार्टियों के लोग थे, लेकिन उस पर कभी नजर करने की कोशिश नहीं की। ऐसा तो प्रधानमंत्री का एटीट्यूड है।

संविधान : अंबेडकर ने संविधान बनाया। उसी कारण एक मामूली चाय बेचने वाला आदमी पीएम बन सकता है। मेरे जैसा मिल मजदूर का बेटा देश के विपक्ष का नेता बन सकता है। संविधान रहा तो ही आप पीएम बनेंगे, गृह मंत्री बनेंगे।

महंगाई और बेरोजगारी : आज जितनी भी बड़ी स्कीम हैं, वो सब कांग्रेस की देन हैं। मोदी ने क्या दिया? मोदी ने महंगाई और बेरोजगारी दी है। मोदी 56 इंच की बात करते थे। अब मोदी की 56 इंच की छाती सिकुड़ गई है।

दलित-पिछड़ा वर्ग : हमारा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली मंदिर गया। उस मंदिर को इनके मूंछों वाले नेता ने गंगाजल से धुलवाया। अब हिंदू एकता की बात कहां गई? अमित शाह और इनके चेले चुनाव से पहले दलितों के घर जाकर खाना खाते थे। ऐसी खबरें चलती थी। ये दलित-पिछड़ों के ही बनाए तालाब से उन्हें पानी नहीं पीने देते। दलित-पिछड़े मूर्ति बनाते हैं, लेकिन उन्हें मूर्ति के हाथ नहीं लगाने देते। शाह और मोदी दलित-पिछड़ों को झुकाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन झुकने वाले नहीं हैं।

अंबेडकर : अमित शाह ने संसद में कहा कि अंबेडकर, अंबेडकर इतना करते हैं, इतना नाम भगवान का लेते तो मोक्ष मिल जाता। बाबा साहेब के नाम से इतनी नफरत है। अंबेडकर जितना नाम भगवान का लेते तो स्वर्ग मिल जाता। अब हम तुम्हें स्वर्ग ही भेजेंगे। अब यह तो यमराज तय करेंगे कि स्वर्ग मिलेगा या नहीं।

मोदी के झूठ: मोदी के 12 झूठ हैं, मोदी कैसे प्रधानमंत्री हैं? काला धन वापस लाने, हर खाते में 15 लाख डालने, हर साल 2 करोड़ नौकरी, पेट्रोल-डीजल सस्ता, गंगा को साफ, हर भारतीय को घर, किसानों को एमएसपी, महंगाई खत्म करने जैसे उनके सभी वादे झूठे हैं।