बांडी नदी के इस पुल में हो रहा ‘डबल भ्र्रष्टाचार’..सुरक्षा इंतजाम भूला ‘बजरी बेचने में व्यस्त ठेकेदार’!

बांडी नदी के पास नवनिर्मित पुल हादसे को दे रहा न्यौता, पुल निर्माण में करीब 30 फीट की गहराई खोदी,  ठेकेदार पर अवैध रूप से बजरी बेचने का आरोप 

कालवाड़-जयपुर मार्ग पर बांडी नदी बालाजी मंदिर के पास बन रहा है पुल, पुराने पुल से गुजर रहे वाहनों की कोई नहीं सुरक्षा, स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश


कालवाड़। कोई भी सरकारी काम हो और उसमें किसी प्रकार का भ्रष्टाचार या गड़बड़ी-गफलत ना हो तो ये लगभग असंभव ही है। इस बार भी ऐसा ही कुछ होता नजर आ रहा है। मामला है कालवाड़-जयपुर मार्ग पर बांडी नदी बालाजी मंदिर के पास बन रहे पुल का। इस पुल में मोटे तौर पर ही दो बड़ी खामियां या कहे कि भ्रष्टाचार है तो गलत नहीं होगा। इस पुल के निर्माण में ठेकेदार पर ना सिर्फ लोगों की जिंदगियों से खेलने के आरोप बल्कि रहे है बल्कि अवैध रूप से बजरी बेचने का मामला भी सामने आ रहा है। 
पहली गड़बड़ी की बात करें तो जयपुर-कालवाड़ मार्ग पर बांडी नदी बालाजी मंदिर के पास निर्माणाधीन पुल की खुदाई के दौरान सुरक्षा इंतजाम नहीं होने से बड़ा हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है। राहगीरों ने बताया कि निर्माणाधीन पुल के पास कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं होने से मार्ग से गुजरने वाले वाहनों का हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है। वहीं सडक़ निर्माण में कई जगह बड़े गड्ढों की मरमत नहीं होने से वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। वही ग्रामीणों ने ठेकेदार पर पुल निर्माण के दौरान निकाली जा रही बजरी का अवैध रूप से बेचने का आरोप लगाया है। हादसा नहीं होने व बजरी का अवैध रूप से बेचने के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।


निर्माण कार्य की आड़ में ठेकेदार पर बजरी के सौदे का आरोप
जानकारी के अनुसार इस पुल के निर्माण कार्य की आड़ में ठेकेदार पर अवैध रूप से बजरी का सौदा करने के आरोप लग रहे है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार के लोग बजरी माफियाओं से मिलीभगत कर रेत बेचने का कार्य कर रहे हैं। गौरतलब है कि बांडी नदी के मुख्य पाट पर खनन से नदी खोखली तो हुई है साथ ही इसका प्राकृतिक स्वरूप भी बिगड़ गया है। दूर तक नदी में बड़े गड्ढे हो चुके हैं। जबकि दूसरी ओर ठेकेदार के लोग चांदी कूटने में लगे हैं।