पुलिस रही खामोश, खाकी की जगह तहसीलदार ने दिखाया रौब

पीपलू/टोंक। एक और प्रदेश की भजनलाल सरकार महिलाओं के सम्मान के लिए प्रयासरत है और नौकरी में भी पचास प्रतिशत आरक्षण की वकालत कर रही है तो दूसरी और प्रशासनिक अधिकारी उनके मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। टोंक जिले के पीपलू कस्बे के समीप अनवरपुरा गांव में गुरुवार को एक तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने का इस कदर गुरू चढ़ा कि वह अपनी मर्यादा और दायित्व भूल बैठा और अतिक्रमण हटाने में बाधा बन रही महिलाओं को स्वयं ने हाथ पकड़कर पुलिस की गाड़ी में बिठाया। इतना ही नहीं उनके मातहत हाकम दो पटवारियों ने भी इस शर्मसार कर देने वाले काम में अपने आका का भरपूर साथ दिया और उन्होंने भी महिलाओं को पकड़कर न केवल पुलिस की गाड़ी में बिठाया बल्कि उनको घसीटते हुए ले गए। इस मामले में पीड़ित महिला पिंकी देवी पत्नी मोहनलाल माली ने पुलिस थाने में तहसीलदार व पटवारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए परिवाद पेश किया है।

यह है पूरा मामला: मामला सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने से जुड़ा हुआ है। गांव अनवरपुरा उर्फ हमीरपुरा में एक कुआ राजस्व रिकार्ड में दर्ज है। आरोप है कि इस कुएं को गांव के ही पिंकी/मोहनलाल माली ने ढहा दिया और इस पर कब्जा कर लिया। इधर जब मोहनलाल इस पर निर्माण करने लगा तो गांव के लोगों ने विरोध किया और काम रूकवा दिया। पिंकी/ मोहनलाल ने आबादी भूमि का पट्टा पेश कर न्यायालय से स्टे ले लिया। स्टे लेने के बाद पिंकी/मोहनलाल माली ने उपरोक्त जगह पर मकान का निर्माण शुरू कर दिया। ग्रामीणों की शिकायत पर गुरुवार को प्रशासनिक अमला मय पुलिस जाब्ते के मौके पर पहुंच गया और मकान निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की तो महिलाओं और पुरुषों ने विरोध किया। आरोप है कि इस दौरान तहसीलदार और पटवारी ने महिलाओं का हाथ पकड़कर पुलिस की गाड़ी में बैठाया।
 

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