80 हजार बांस-बल्ली, 500 बंडल रस्सी, 4 हजार टीन शेड
बाबा श्याम का 12 दिवसीय फाल्गुनी लक्खी मेला 28 से शुरू
खाटूश्यामजी। हारे के सहारे बाबा श्याम का 12 दिवसीय फाल्गुनी लक्खी मेला 28 फरवरी से शुरू होने वाला है। मेले में आने वाले लाखों श्याम भक्तों को सुविधाजनक दर्शन हो सके इसके लिए श्री श्याम मंदिर कमेटी संपूर्ण मेला क्षेत्र की सभी व्यवस्थाओं की तैयारियों में जुटी हुई है। इन सभी व्यवस्थाओं की पुलिस और प्रशासन के अधिकारी समय-समय पर देखरेख कर रहे है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को खाटूधाम पहुंचने के बाद तकरीबन 8 किमी का सफर तय करने के बाद ही लखदातारी श्री श्याम प्रभु के दर्शन होंगे। भक्तों को रींगस रोड़ पर बने नगरपालिका के पास बनने वाले मुख्य प्रवेश द्वार से होकर बिजली ग्रिड होते हुए खटीकान मोहल्ला, होटल खाटूश्यामजी पैलेस कैरपुरा तिराहा से पास चारण मैदान जहां टीन शे से कवर किए बांस-बल्लियों से बने अस्थाई जिगजैग से होकर लखदातार मैदान में बने स्थाई जिगजैग से होकर कुमावत कृर्षि फार्म से होकर 75 फिट के मुख्य मेला मैदान की 14 सीधी लाइन से होकर मंदिर पहुंचकर लखदातारी बाबा श्याम सरकार के दर्शन कर सकेंगे। इस सफर में भक्तों को तकरीबन पांच घंटे से भी अधिक का समय लगेगा।
80 हजार बांस-बल्ली, 500 बंडल रस्सी, 4 हजार टीन शेड
टेंट का काम देख रहे तेजपाल कुमावत ने जानकारी दी कि संपूर्ण मेला परिक्षेत्र जिसमें पार्किंग, मार्ग, जिगजैग और लाइनों आदि में तकरीबन 80 हजार बांस और बल्ली, 500 बंडल रस्सी व 4 हजार के करीब टीनशेड लगेंगे। वहीं रोशनी की व्यवस्था के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र में 8 हजार एलइडी लाइट, 50 के करीब जनरेटर एवं 40 के करीब अस्थाई बिजली कनेक्शन होंगे।
1 करोड़ पानी के पाउच बनाने का काम युद्ध स्तर पर
मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को पीने के पानी की कमी नहीं हो इसके लिए श्री श्याम मंदिर कमेटी की ओर से 1 करोड़ पीने के लिए पानी के पाउच बनवा रही है। रींगस रोड पर कमेटी की गोशाला में लगी में दिन रात मजदूर पानी के पाउच बनाने में जुटे हुए है। यह पाउच ट्रेक्टर के जरिए लखदातार मैदान में पहुंचाए जा रहे है। वहीं 2 हजार लीटर 25 पानी की टंकी, पूरे जिगजैग में बोरिंग से पाइपलाइन, 150 पानी की नल से पानी बौछार
एलइडी लाइट 8 हजार
उन्होंने बताया कि संपूर्ण सामान नया लगाया गया रहा है। 400 मजदूर जुटे है काम दर्शन मार्ग में जीगजैग, रेलिंग व्यवस्था करने के लिए अभी तक 40 के करीब मजदूर काम कर रहे है। काम बढने के साथ ही मजदूरों की संख्या 150 के करीब पहुंच जाएगी। जिगजैग और लाइन व्यवस्था का काम 10 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा। एक दर्जन से अधिक डोम मेले में करीब डोम लगाए जाएंगे। जिनमें स्काउट्स, पुलिस, श्रद्धालुओं के विश्राम आदि के लिए व्यवस्था की जाएगी।