ड्रोन से आने वाले नशे की खेप पर अंकुश लगाने के लिए भारत सरकार का फैसला, एनसीबी का फील्ड ऑफिस खुलने के बाद ड्रग तस्करों के मूवमेंट को तोडऩे में मिलेगी मदद
2 आईपीएस सहित 255 पद हुए मंजूर; भारत-पाक बॉर्डर पर होगा ऑफिस; स्थापित होंगी नौ चौकियां, जोधपुर में एनसीबी के गठन को मिली मंजूरी
जयपुर। आंध्र प्रदेश, बिहार और तेलंगाना के बाद अब राजस्थान में भी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन होगा। यह टास्क फोर्स जोधपुर से संचालित होगी। ड्रग्स माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए इसका गठन किया गया है। वहीं एनसीबी का एक ऑफिस भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर श्रीगंगानगर में शुरू होने वाला है। बॉर्डर पर एनसीबी की कार्रवाई के लिए जोधपुर से टीम जाती थी। अब वहीं डेडिकेटेड टीम होने से तस्करी पर तुरंत कार्रवाई हो सकेगी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने बताया- इस फोर्स की राजस्थान में 9 चौकियां स्थापित होगी। ड्रग्स माफिया को खत्म करने के लिए डेडिकेटेड फोर्स की जरूरत थी। वह इस टास्क फोर्स के गठन से पूरी हुई। उन्होंने बताया-ड्रग्स माफिया को खत्म करने का हम प्रयास कर रहे हैं, लेकिन टास्क फोर्स बनने के बाद बेहतर परिणाम सामने आएंगे। सोनी ने बताया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का हेड क्वार्टर जोधपुर से संचालित होगा। श्रीगंगानगर में ऑफिस होने से वहां बैठे कर्मचारी बॉर्डर पर होने वाली ड्रोन से ड्रग्स की सप्लाई सहित कई मामलों में तुरंत कार्रवाई करेंगे। अभी यहां से टीम बॉर्डर तक जाती है, उसके बाद काम शुरू होता है। यहां से टीम को पहुंचने में पांच घंटे लगते हैं। टीम वहीं होगी तो तुरंत एक्शन ले सकेगी। दरअसल, पिछले कुछ समय से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे जिलों में ड्रोन से तस्करी के मामले लगातार बढ़े हैं। सीमा पार से तस्कर भारत की सीमा में ड्रोन से हेरोइन के पैकेट फेंकते हैं। इसके बाद तस्कर उस पैकेट को लेकर आगे सप्लाई करता है। अब ऐसे नेटवर्क को तोडऩा और तुरंत कार्रवाई करना आसान होगा।
इंडो-पाक सीमा पर खुलेगा एनसीबी का फील्ड अ्ॉफिस
सोनी ने ज्यादा जानकारी देते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर श्रीगंगानगर में एनसीबी का फील्ड ऑफिस खोला जाएगा, ताकि पाकिस्तान से होने वाली ड्रग्स तस्करी को रोका जा सके। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। जल्द ही श्रीगंगानगर में यह कार्यालय खोला जाएगा। इसके बाद सभी एजेंसियों से कोऑर्डिनेशन करके ड्रोन से आने वाले नशे की खेप पर अंकुश लग सकेगा। इतना ही नहीं, एनसीबी का फील्ड खुलने के बाद ड्रग तस्करों के मूवमेंट को तोडऩे में काफी मदद मिलेगी।
कुछ समय पहले अमित शाह ने ली थी बैठक, अब हुआ फैसला
दरअसल, भारत में युवा पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए कुछ पड़ोसी मुल्क लगातार भारत में ड्रग्स की तस्करी को बढ़ावा दे रहे हैं और यही कारण है कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नेतृत्व में हुई बैठक में तमाम एजेंसियो के उच्च अधिकारियों ने युवा पीढ़ी को ड्रग्स से बचाने के लिए सुझाव दिए गए थे। उसी कड़ी में अब राजस्थान में भी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया है और कार्यालय भी खोला गया है। इस कार्यालय के खुलने के साथ ही अब तस्करों की गतिविधियों पर तमाम एजेंसियां मिलकर एक साथ अंकुश लगाने का काम करेगी।
स्कूली बच्चों को भी जागरूक करेगी एनसीबी टीम
वहीं अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा स्कूली शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों को ड्रग्स के दुष्प्रभाव के बारे में भी जागरूक कर रही है और लगातार प्रदेश की अलग-अलग कॉलेज और स्कूलों में एक अभियान के रूप में युवा पीढ़ी को ड्रग्स से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक कर रही है। कह सकते हैं कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार युवा पीढ़ी को ड्रग्स से बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।