बजट के तुरंत बाद एक बार फिर भ्रष्टाचार पर हल्ला बोल.. नगर निगम में होने जा रहा है बड़ा बवाल..मेयर के खिलाफ खुला मोर्चा; जाएगी कुर्सी!

बीजेपी पार्षदों ने हेरिटेज महापौर के खिलाफ छेड़ी मुहीम, यूडीएच मंत्री सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से की मुलाकात, बोले- भ्रष्टाचारी को बर्खास्त करें और दें अभियोजन स्वीकृति

जयपुर। नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर की परेशानी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। कांग्रेसी पार्षदों के बाद अब बीजेपी पार्षदों ने भी मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को 20 से ज्यादा बीजेपी पार्षदों ने यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, बीजेपी प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी और जयपुर शहर अध्यक्ष को मिल मुनेश गुर्जर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। वार्ड 47 से बीजेपी पार्षद रेखा राठौड़ ने कहा कि नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। एंटी करप्शन ब्यूरो में उनके खिलाफ आरोप भी सिद्ध हो गए हैं। ऐसे में उन्हें जल्द से जल्द बर्खास्त कर उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति दी जानी चाहिए। इस मांग को लेकर आज बीजेपी के सभी पार्षदों ने यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था। जिस पर मंत्री जी ने भी सहमति जताते हुए जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही प्रदेश महामंत्री श्रवण बगड़ी और जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने भी कांग्रेस की मेयर के काम काज को लेकर नाराजगी शहर की है। इसके साथ ही हमें जल्द सरकार के स्तर पर मेयर के खिलाफ कार्रवाई कर नगर निगम में समितियां के गठन का आश्वासन दिया गया है। अब शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात कर अपना पक्ष रखेंगे।

गुर्जर के पति को एंटी करप्शन ब्यूरो ने पट्टे की एवज में रिश्वत मामले में किया था गिरफ्तार
बता दें कि नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर के पति को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पट्टे की एवज में रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले में मुनेश गुर्जर की भूमिका की जांच की जा रही है। जिसको लेकर कांग्रेसी पार्षदों के साथ अब बीजेपी पार्षदों ने मेयर को बर्खास्त कर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को अभियोजन स्वीकृति देने की मांग शुरू कर दी है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर गुरुवार को स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारियों ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को मुख्यालय बुलाया था। जहां उन्होंने पट्टे की एवज में रिश्वत मामले के सभी दस्तावेजों और सबूत को देखने के साथ ही मेयर मुनेश गुर्जर की इसमें भूमिका को लेकर भी सवाल पूछे थे। 

पूरा मामले का अंतिम निर्णय सीधे सीएम और यूडीएच मंत्री करेंगे
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा तो जयपुर मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते हैं। उन्होंने कई बार पार्टी नेताओं को इस बारे में कहा भी है। जयपुर शहर के ही कुछ नेता फिलहाल मुनेश गुर्जर की पैरवी कर रहे हैं। जिसके खिलाफ अब पार्षदों के साथ स्थानीय नेताओं ने एकजुट होकर मोर्चा खोल दिया है। ऐसे में अब देखना होगा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी इस मामले पर क्या फैसला लेते हैं।