जयपुर। भारत के प्रमुख सीमेंट निर्माताओं में से एक जेके लक्ष्मी सीमेंट ने अपने नए कैंपेन ‘सोच करो बुलंद’ के साथ ब्राण्ड की नई पहचान का अनावरण किया है। यह कैंपेन अपने घर के सपने से जुड़े सांस्कृतिक एवं भावनात्मक महत्व तथा साहसिक महत्वाकांक्षाओं को प्रेरित करने के जेके सीमेंट के दृष्टिकोण पर रोशनी डालता है। इस नई पहचान के साथ कंपनी अपने उपभोक्ताओं की बदलती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए तत्पर है। यह कदम ऐसे स्थानों के निर्माण में भरोसेमंद पार्टनर बनने की कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है जहां सपने वास्तविकता में बदल जाते हैं। विनिता सिंघानिया, चेयरपर्सन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, जेके लक्ष्मी सीमेंट ने कहा, ‘‘कई पीढ़ियों से जेके लक्ष्मी सीमेंट निर्माण सामग्री के दायरे से बढ़कर उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं प्रदान करता रहा है; यह लोगों के घर बनाने, उनके सपने संजोने और विरासत को आगे बढ़ाने में पार्टनर की भूमिका निभाता रहा है। ऐसे में यह रीपॉज़िशनिंग न सिर्फ हमारी छवि में बदलाव लाएगी बल्कि हमारे उपभोक्ताओं एवं हितधारकों को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करती है।’
इस अवसर पर श्री अरूण शुक्ला, प्रेज़ीडेन्ट एवं डायरेक्टर, जेके सीमेंट ने कहा, ‘‘हमारा कैंपेन ‘सोच करो बुलंद’ महत्वाकांक्षाओं और भरोसे के निर्माण के हमारे दृष्टिकोण का प्रतीक है। इस रीपॉज़िशनिंग के साथ हमने उपभोक्ताओं की बदलती ज़रूरतों को पूरा करने, इनोवेशन् एवं सस्टेनेबिलिटी के संयोजन के द्वारा उपभोक्ता उन्मुख समाधान उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया है। आने वाले समय में हम न सिर्फ इमारतों बल्कि स्थायी विरासत के निर्माण में भी योगदान देते रहेंगे।’ जेके लक्ष्मी सीमेंट की नई पहचान स्थायी विकास और उपभोक्ताओं के संतोष पर कंपनी के फोकस की पुष्टि करती है, जिसने 2030 तक 30 मिलियन मीट्रिक टन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। यह रीपॉज़िशनिंग सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रतिबद्धता के साथ इस बात पर रोशनी डालती है कि कंपनी पर्यावरण एवं भावी पीढ़ियों के लिए ज़िम्मेदारी के साथ काम कर रही है।
 
                     
                                 
                                                                            
                                     
                                                                            
                                     
                                                                            
                                     
            						            						 
            						            						 
            						            						 
													
							 
													
							 
													
							 
													
							 
														
							