भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पिछली सीरीज का आखिरी यानी पांचवा टेस्ट मैच बर्मिंघम में खेल रही है। पहली पारी के आधार पर भारत को 132 रनों की लीड भी मिली। बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। दूसरी पारी में भी टीम इंडिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 125 रन बना लिए हैं। लेकिन इसी बीच एक ऐसा आंकड़ा सामने आया है जिससे भारत का एजबेस्टन टेस्ट में पक्ष बिल्कुल मजबूत नजर आ रहा है। वहीं सीरीज में 2-1 से पिछड़ रही इंग्लैंड की टेंशन बढ़ गई है।
भारत के पास तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक कुल बढ़त 257 रन की हो गई थी। वहीं पहली पारी में भारतीय टीम के 416 के जवाब में इंग्लैंड की टीम महज 284 रनों पर ही सिमट गई थी। इसके बाद भारत को 132 रनों की बढ़त मिली। तीसरे दिन स्टंप्स तक चेतेश्वर पुजारा 50 और पिछली पारी में 146 रन बनाने वाले ऋषभ पंत 30 रन बनाकर क्रीज पर हैं। इंग्लैंड को कम से कम 350 से 400 का लक्ष्य तो भारतीय टीम देना ही चाहेगी और मौजूदा स्कोरकार्ड देखकर ऐसा संभव भी लग रहा है।
इस आंकड़े ने बढ़ाई अंग्रेजों की टेंशन
भारतीय टीम का यूं तो एजबेस्टन में कुछ खास रिकॉर्ड नहीं है और अभी तक टीम यहां एक बार भी नहीं जीत पाई है। लेकिन इस बार आंकड़े भारतीय टीम के पक्ष में नजर आ रहे हैं। दरअसल भारत के पास पहली पारी के आधार पर बढ़त थी 132 रनों की और मैच से पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया था।
इंग्लैंड को डराने वाला आंकड़ा यह है कि, भारतीय क्रिकेट टीम आज तक टेस्ट मैच में पहले खेलते हुए जब भी 100 से ऊपर की लीड लेने में कामयाब हुई तो उसे कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा है। वहीं अगर पहले नहीं भी खेला है भारत और पहली पारी में 100 या उससे अधिक लीड मिलने के बाद भारत को सिर्फ एक बार 2015 में श्रीलंका के खिलाफ गाले टेस्ट में 63 रनों से हार मिली थी। इस मैच में भारतीय टीम 176 रनों का लक्ष्य नहीं चेज कर पाई थी और 112 रनों पर सिमट गई थी।
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