पहलगाम हमला-PM मोदी ने मृतकों को मंच से श्रद्धांजलि दी:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम अटैक के मृतकों को बिहार के मधुबनी के मंच से श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि ‘अपनी बात शुरू करने से पहले मैं आप सबसे एक प्रार्थना करना चाहता हूं। आप जहां हैं, वहीं अपने स्थान पर बैठे रहकर ही 22 तारीख को जिन परिवारजनों को हमने खोया है। उनको श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद मैं अपनी बात शुरू करूंगा।'

पंचायती राज कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी ने कहा कि, 'आज पंचायती राज दिवस के मौके पर पूरा देश मिथिला से जुड़ा है, बिहार से जुड़ा है। आज यहां देश के बिहार के विकास से जुड़े हजारों करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है।'

'आज राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर सिंह की पुण्यतिथि भी है। मैं उन्हें नमन कहता हूं। बिहार वो धरती है जहां से बापू ने अपने सत्याग्रह की शुरुआत की थी। उनकी सोच थी कि जब तक गांव का विकास नहीं होगा, तब तक भारत का विकास नहीं हो जाएगा।'

'बीते दिनों में पंचायतों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए गए। 2 लाख से ज्यादा पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया है। साढ़े 5 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर गांवों में बने। इससे कई दस्तावेज अब आसानी से मिल रहे हैं।'  

पीएम ने की सीएम नीतीश की तारीफ

गांव-पंचायतों में बड़ी समस्या जमीन विवाद की रही है। इसके समाधान के लिए जमीनों के रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। बिहार देश का पहला राज्य था जहां महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया।

मैं नीतीश जी का अभिनंदन करता हूं। बड़ी संख्या में आज दलित,पिछड़े , अति पिछड़े समाज के बेटियां सेवाएं दे रही हैं। यही लोकतंत्र में सबसे बड़ी भागीदारी है।

जीविका दीदी को 1 हजार करोड़ की मदद दी गई

लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण का कानून भी बनाया गया है। इसका फायदा भी होगा हमारी बहन-बेटियों को प्रतिनिधित्व में मिलेगा। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। बिहार में जीविका दीदियों के कार्यक्रम से महिलाओं का जीवन बदला है। जीविका दीदियों को 1 हजार करोड़ की मदद दी गई है।

'बीते दशक में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिली है। गरीबों के घर बने, सड़कें बनीं, गैस कनेक्शन पहुंचे। गांव में लाखों करोड़ रुपए पहुंचे हैं। रोजगार के नए अवसर भी बने हैं। मजदूर से लेकर किसान, गाड़ी वालों को कमाई के नए मौके मिले हैं।'

PM आवास योजना का लक्ष्य- गरीब परिवार बेघर ना हो

'मैं आपको PM आवास योजना का उदाहरण दूंगा। इस योजना का लक्ष्य है, देश में कोई भी गरीब परिवार बेघर ना हो, सबके सिर पर पक्की छत हो।'  'इसी लक्ष्य के साथ बीते दशक में 4 करोड़ से ज्यादा पक्के घर बनवाए गए हैं। बिहार में भी 57 लाख गरीब परिवारों को पक्के घर मिल चुके हैं। आने वाले दिनों में 3 करोड़ घर गरीबों को मिलने वाले हैं।' 'आज ही बिहार के करीब डेढ़ लाख परिवार अपने पक्के घर में गृह प्रवेश कर रहे हैं। देशभर के 15 लाख गरीब परिवारों को नए घर के निर्माण के स्वीकृति पत्र दिए गए। इनमें से साढ़े 3 लाख लोग हमारे बिहार के ही हैं।'