रामेश्वरम उच्च माध्यमिक विद्यालय लालचंदपुरा में चल रही दो दिवसीय सत्रारम्भ संस्था प्रधान वाकपीठ संगोष्ठी का समापन, वक्ताओं ने संस्था प्रधानों को दी नियमों की जानकारी; किया प्रेरित
जयपुर। अपने अधिनस्थों के प्रति विनम्र व्यवहार अपनाए तथा कठोरता का व्यवहार त्यागे। जिस प्रकार ताले को चाबी से खोलना चाहिए ना कि हथौड़े से। रामेश्वरम उच्च माध्यमिक विद्यालय लालचंदपुरा झोटवाड़ा में चल रही दो दिवसीय सत्रारम्भ संस्था प्रधान वाकपीठ संगोष्ठी में सीबीईओ सांभर छोटे लाल बुनकर ने यह विचार प्रकट किए। इस प्रकार दूसरे वार्ताकार ओएसडी शिक्षा विभाग बीके गुप्ता ने सभी संभागी संस्था प्रधानों को साहस एवं नियमों की जानकारी के साथ कार्य करने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने विभागीय कार्यों के त्वरित पिष्पादन के लिए प्रेरित किया।
वाकपीठ संगोष्ठी के अध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्र ने संभागी संस्था प्रधानों को मुंह में शक्कर एवं सिर पर बर्फ रखकर कार्य करने की नसीहत दी। अििरक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गोवर्धन लाल देवत ने अच्छे वित्तीय प्रबंधन के तरीके बताए। साथ ही प्राधानाचार्य महात्मा गांधी राज. विद्यालय बोयथावाला सैनी ने सभी संस्था प्रधानों को मोबाइल द्वारा विभागीय सूचनाओं के त्वरित समाधान के तरीके सुझाए।
वाकपीठ संगोष्ठी की संरक्षिका बीना खत्री ने सभी संस्था प्रधानों को विभागीय कार्यों के त्वरित निराकण करने एवं बोर्ड परीक्षा परिणाम को उत्कृष्ट स्तर पर लाने के लिए प्रेरित किया। रामेश्वरम उच्च माध्यमिक विद्यालय लालचंदपुरा के निदेशक नवल किशोर शर्मा ने अपने विद्यालय के चयन के लिए आभार व्यक्त किया। अंत में मुख्स ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बीना खत्री ने आमंत्रित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए संगोष्ठी का समापन किया।