2015 में बीएमसी बंद होने के बाद से रोका गया बोबास दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति के दुग्ध उत्पादकों का बकाया भुगतान, अब समिति के उपकरणों को ले जाने से दुग्ध उत्पादकों ने रोका, गर्माया माहौल
जोबनेर। बोबास दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति के दुग्ध उत्पादकों का बकाया भुगतान 2015 में बीएमसी बंद होने के बाद से आज तक नहीं किया गया है। समिति के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि 2015 में समिति को बंद कर दिया गया था, जयपुर डेयरी ने बोबास समिति बंद करने से पूर्व किसानों का 2 माह का भुगतान आज तक अटका रखा है। अब जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ने अपने अधिनस्थ स्थापित बोबास बीएमसी और अन्य उपकरणों को दूसरी जगह स्थापित करने का आदेश दिया है। सोमवार को जब बंद पड़ी बीएमसी और अन्य उपकरणों को जयपुर डेयरी के प्रतिनिधि और अन्य लोग उठाने आये तो स्थानीय पशुपालकों जिनका डेयरी मे भुगतान बकाया है, ने उपकरण उठाने से मना कर दिया। इस बीच स्थानिय पशुपालकों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपकरण उठाने के विरोध में खड़े हो गए। बढ़ते विरोध को देख मौके पर पुलिस जाब्ता पहुंचा और आपसी समझाइश का प्रयास किया। तहसीलदार भंवर सिंह ने भी पशुपालकों और जनप्रतिनिधियों से समझाइश का प्रयास किया लेकिन बीएमसी व अन्य उपकरण नहीं उठाने दिया। स्थानीय सरपंच रुपनारायण रुण्डला ने बताया कि जब तक किसानों को जयपुर डेयरी भुगतान नहीं करगी तब तक बीएमसी व अन्य सामान नहीं ले जाने देंगे ।