ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39 बरसी पर स्वर्णमंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे
दुखती रग है ऑपरेशन ब्लूस्टार
पुलिस, कमांडो व अर्ध-सैनिक बल तैनात
भारत के इतिहास में 6 जून की तारीख को दिए जख्मों को भूला पाना संभव नहीं है आज पंजाब के खालिस्तानी आंदोलन को समाप्त करने के लिए 1984 में चलाए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी है। इस घटना में 493 लोगों की मौत हुई थी, 83 जवान शहीद हुए
ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी पर अमृतसर के स्वर्णमंदिर में खालिस्थान के समर्थन में नारे लगे। मौजूद लोगो ने भिंडरावाले के पोस्टर हाथ में लिए खालिस्तानी समर्थकों ने नारे लगाने शुरू कर दिए. तो जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार ने जो घाव दिए हैं उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. ये घाव बहुत गहरे हैं और ये घाव कभी नहीं भरेंगे. माहौल बिगड़ता देख स्वर्ण मंदिर और उसके आस-पास के इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए स्वर्ण मंदिर के बाहर पुलिस, कमांडो और अर्ध सैनिक बलों की टीमें तैनात की गई है
आपको बता दे की .पंजाब को अलग देश बनाने की मांग कर रहे खालिस्तानी आंदोलन को कुचलने वाली सरकार की सैन्य कार्रवाई सफल तो रही परन्तु उसकी कीमत आगे चलकर देश को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत के रूप में चुकानी पड़ी ऑपरेशन ब्लू स्टार के चार महीने बाद ही 31 अक्टूबर 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उन्हीं के अंगरक्षकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद देश में सिख विरोधी दंगा फेल गए था पंजाब का माहौल को बिगड़ता हुआ देख पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया। इसके बाद खालिस्तानियों का प्रशासन के साथ सीधा आमना-सामना होना शुरू हुआ।