बाबा भगवान दास राजकीय महाविद्यालय चिमनपुरा में जाट की सेवानिवृति पर हुआ भव्य समारोह, सभी ने रूंधे गले से की उनके सफल कार्यकाल की प्रशंसा, अपने आप में संस्थान से कम नहीं है डॉ. जाट
जयपुर। प्रदेश में उच्च शिक्षा में अग्रणी भूमिका निभाते हुए डॉक्टर बनवारी लाल जाट 31 अगस्त को 32 सालों की सेवा के बाद सेवानिवृत हो गए। डॉ. जाट का सेवानिवृति कार्यक्रम काफी भव्य समारोह से मनाया गया जिसमें सभी ने रूंधे गले से लेकिन भविष्य की शुभकामनाओं के साथ उन्हें विदाई दी। सभी ने डॉ. जाट के लंबे और सफल कार्यकाल की प्रशंसा की और कहा कि जाट अपने आप में एक संस्थान है और जो भी उनके संपर्क में आता है, उसे कुछ ना कुछ सीखने को ही मिलता है। जाट ने भी अपने 32 वर्षों के कार्यकाल में बोलते हुए कहा कि निस्संदेह यह काफी लंबी यात्रा रही लेकिन इस यात्रा के हर पड़ाव ने उन्हें कुछ नया सीखने का अवसर दिया। उन्होंने कहा के प्रदेश में आज शिक्षा के हालात काफी बेहतर है और उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में प्रदेश में युवा देश और दुनिया में राजस्थान का नाम रोशन करेंगे।
ग्रामीण अंचल से आते हुए डॉ. जाट ने शिक्षाविद् के रूप में बनाई पहचान
डॉ. बनवारी लाल जाट ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम बोबाड़ी जमवारामगढ़ से प्राप्त की तो माध्यमिक शिक्षा गठवाड़ी से प्राप्त की है। राजस्थान कॉलेज और राजस्थान विश्वविद्यालय में पढ़ते हुए उन्होंने शिक्षा में महारत हासिल की और प्रोफेसर आचार्य के पद पर उच्च शिक्षा में आसीन हुए। जाट ने ग्रामीण अंचल से आते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाई है।