महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में पहुंची लाखों महिलाएं

भोपाल. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भोपाल में आयोजित एक भव्य महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में शामिल हुए. यह कार्यक्रम लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर आयोजित किया गया, जिसने पूरे शहर में उत्सव का माहौल बना दिया. यहां 2 लाख से अधिक महिलाओं के साथ महाराष्‍ट्र की महिला कलाकारों ने पीएम मोदी का ऑपरेशन सिंदूर पर आभार जताया.  इन कलाकारों ने प्रधानमंत्री और उपस्थित जनसमूह के समक्ष देवी अहिल्या के प्रेरणादायी जीवन पर आधारित एक मनमोहक नाटक का मंचन किया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण तब देखने को मिला जब नाटक में भाग लेने वाली महिला कलाकारों ने न्यूज़ 18 इंडिया से खास बातचीत की.

इन कलाकारों ने अपने अनूठे अंदाज में नृत्य करते हुए और हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया. उनकी कृतज्ञता ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए थी, जिसके लिए उन्होंने एक स्वर में “धन्यवाद मोदीजी!” कहा. यह दृश्य महिला सशक्तिकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता और जमीनी स्तर पर उसके प्रभावों को दर्शाता है. प्रधानमंत्री मोदी का भोपाल में यह दौरा महिला सशक्तिकरण के एजेंडे को और गति देने के उद्देश्य से था. देवी अहिल्याबाई होल्कर, जो अपनी न्यायप्रियता, दूरदर्शिता और प्रशासनिक क्षमता के लिए जानी जाती हैं, उनकी 300वीं जयंती पर ऐसा सम्मेलन आयोजित करना अपने आप में ऐतिहासिक है. यह आयोजन महिलाओं को समाज के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने और उनके अधिकारों व अवसरों को मजबूत करने पर केंद्रित था.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कामयाबी पर महिला कलाकारों ने जताया आभार
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कामयाबी के लिए महिला कलाकारों द्वारा व्यक्त किया गया आभार इस बात का प्रतीक है कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं. कलाकारों की भावुक प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि इस पहल ने उन्हें व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से सशक्त महसूस कराया है. उनका नृत्य और धन्यवाद ज्ञापन केवल एक प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह उन हजारों महिलाओं की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता था जो सरकार की नीतियों से लाभान्वित हुई हैं.

कलाकारों ने कहा देवी अहिल्‍याबाई के आदर्शों से प्रेरणा
देवी अहिल्याबाई होल्कर के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए और महिलाओं को निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से शामिल करना चाहिए. यह सम्मेलन न केवल महिला सशक्तिकरण के प्रति राष्ट्रीय संकल्प को मजबूत करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और कला के माध्यम से महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश दिए जा सकते हैं. महिला कलाकारों का यह विशेष धन्यवाद प्रधानमंत्री के प्रयासों को मिली एक अनूठी सराहना थी, जिसने इस ऐतिहासिक अवसर को और भी यादगार बना दिया.