अजमेर ( दिनेश गोस्वामी) अजमेर नगर निगम द्वारा की जा रही दरगाह बाजार में कार्यवाही के लिए क्या नगर निगम और नक्शा विभाग जिम्मेदार नही है । शहर भर में नगर निगम सहित पूरा प्रशासन इन अवैध होटल गेस्ट हाउस के लिए अगर समय रहते पहले कारवाई कर लेते और उन्हें अवैध अनुमति प्रदान नहीं करते तो आज ऐसी करने हिम्मत कोई नही करता भ्रष्ट अधिकारियों के रहते यह सब कुछ संभव हुआ है। तो उन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है। जिन अधिकारियों ने इनको अनुमतियां प्रदान की और नक्शे पास किये बस सब को अपनी रोटी की पड़ी है।पहले तो नगर निगम भ्रष्टाचार में लिप्त काम करने की परमिशन दे देता है । फिर उसी पर नियम विरुद्ध है। कि कार्यवाही करता नजर आ रहा है ।जब होटल गेस्ट हाउस बनते है। तब नगर निगम क्या करता है। ऐसी कितनी अवैध जगह है। जहां कार्रवाई नही होती है । भ्रष्टाचार के चलते उन मामलों को दबा दिया जाता है। क्या अवैध नियम विरुद्ध गेस्ट हाउस और होटल जिस क्षेत्र में सीज हुई क्या उन इलाकों के देखरेख और ब्योरा रखने वाले पर कानूनी कार्यवाही नहीं होनी चाहिए बड़ी रकम लेकर पहले उन्हें बनाने की अनुमति प्रदान की जाती है। रोजगार के लिए आय का स्रोत बनाने के समय उसकी लागत में व्यक्ति ने लोन भी लिया व्यक्तिगत तौर पर कर्ज भी लिया । क्या शासन प्रशासन इसकी भरपाई करने की भी जिम्मेदारी लेगा। भ्रष्ट अधिकारियों पर सबसे पहले कार्यवाही हो ऐसी पूरा व्यापारी संघ मंडल अपनी इच्छा जाहिर करता है। नुकसान की भरपाई उन अधिकारियों से कर राहत दिलाई जाए क्या यह इच्छा न्याय उचित नहीं है। आप अपने व्यक्त करें। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो इस प्रकार के पत्र लिखकर कलेक्टर महोदय को भेजने का सफल प्रयास आरंभ करें।
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