सीआईएसएफ जवान की अंत्येष्टि में नहीं पहुंचे अफसर, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

भरतपुर, सेवर के बसुआ गांव निवासी सीआईएसएफ चंद्रभान सिंह जाटव का पार्थिव शरीर सोमवार को भरतपुर पहुंचा। लेकिन, शव के साथ सीआईएसएफ के जवान या अधिकारी नहीं आने के कारण मृतक जवान के परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश पैदा हो गया। उन्होंने यहां नुमाइश मैदान में एंबुलेंस में रखे शव को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि सीआईएसएफ के जवान चंद्रभान सिंह जाटव के पार्थिव शरीर का सैनिक सम्मान के साथ संस्कार किया जाए। मृतक के भाई रणजीत सिंह ने आरोप लगाया कि चंद्रभान ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है।प्रदर्शन की सूचना मिलने पर अटल बंध थाना प्रभारी गंगा सहाय मीणा, एडीएम सिटी राजेश गोयल और एसडीएम संजय गोयल ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया। बाद में सीआईएसएफ जवान का पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। बताते चलें कि वर्ष 2015 में 27 वर्षीय चंद्रभान सिंह जाटव की सीआईएसएफ में नौकरी लगी थी।उसकी पोस्टिंग भिलाई छत्तीसगढ़ में थी। वह दुर्ग जिले के उत्तई नामक स्थान पर तैनात था, जहां 7 अक्टूबर को उसने आत्महत्या कर ली थी। मृतक के भाई रणजीत सिंह ने बताया कि चंद्रभान ने मौत से पहले अपने मोबाइल से उसे व्हाट्सएप पर 4 पन्नों का सुसाइड नोट भेजा था।जिसमें उसने अपने अधिकारियों के नाम लिखे थे और कहा था कि अधिकारियों द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। वे अपने घर का काम मुझसे कराते हैं, मना करता हूं तो तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं, जिससे में बुरी तरह से तंग आ चुका हूं।