साइबर ठगों ने अपनाई अनोखी ट्रिक..इस बार तो ‘पुलिस भी हो गई हैरान’!

सिर्फ जयपुर एयरपोर्ट जाने का काम और रईसों वाली जिंदगी..
साइबर ठगों ने अपनाई अनोखी ट्रिक..इस बार तो ‘पुलिस भी हो गई हैरान’!


एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने किया साइबर ठगी के अंतर्राष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश, जयपुर एयरपोर्ट पर बार-बार जाने वाला युवक गिरफ्तार, दुबई से जुड़े तार, 61 सिम के साथ पकड़े गए आरोपी ने उगले राज


जयपुर। राजधानी से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां रहने वाला युवक बार-बार जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाता था और बिना काम किए रईसों वाली जिंदगी जी रहा था। उसने आने-जाने पर पुलिस को शक हो गया। जब पकडक़र पूछताछ की गई, तो उसके कमाई की ट्रिक बताई। जिसे सुनकर पुलिस चकरा गई। उसे तुरंत थाने ले जाकर गहनता से पूछताछ की गई, तो की सारे चौंकाने वाले खुलासे हुए। जिसमें युवक का दुबई से कनेक्शन निकलकर सामने आया है। अब पुलिस उसने अन्य साथियों की तलाश कर रही है। राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने राजधानी जयपुर में बुधवार को कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के अंतर्राष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश किया है। एजीटीएफ की टीम ने सिरसी रोड से यशवंत सिंह पंवार नाम के युवक को पकड़ा, जो कि शास्त्री नगर की गुर्जर कॉलोनी में रहता है। उसके कब्जे से 61 एक्टिव मोबाइल सिम और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। उसे रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जा रही है। यह कार्रवाई एजीटीएफ के एडिशनल एसपी सिद्धांत शर्मा के निर्देशन में हैडकांस्टेबल हेमंत शर्मा की सूचना पर हुई।
पुलिस गिरफ्त में आए यशवंत पंवार से पूछताछ में सामने आया कि दुबई में बैठे साइबर ठगी गैंग के सरगना के इशारे पर अरुणाचल प्रदेश और असम से एक्टिव सिम मंगवाता है, जो कि फर्जी नाम और पते से जारी हुई है। इन मोबाइल फोन सिम को दुबई में साइबर ठग गैंग को भेजा जाता है। ये मोबाइल सिम फ्लाइट में कोरियर के जरिए ही जयपुर में मंगवाई और दुबई भेजी जाती है। इस गिरोह के पास छोटे-छोटे सिम बॉक्स हैं। एक बॉक्स में 30 से 40 सिम लगाकर एक्टिव किया जाता है। इन सिम बॉक्स में भारतीय नंबर की इन सिमों को इंसर्ट करने पर यह एक्टिव हो जाती है। इसके बाद दुबई में कॉल सेंटर चला रहा अभिषेक विभिन्न मोबाइल गेमिंग एप और अन्य तरीकों से साइबर ठगी करवाता है। अभी तक गैंग में शामिल जयपुर के शास्त्री नगर में रहने वाले योगेंद्र खींची उर्फ रोनी उर्फ रवि, रॉकी, पंजाब के गुरु, हनुमानगढ़ जंक्शन के इंद्र, जतिन और हरमीत सिंह के भी काम करने की जानकारी सामने आई है।

दुबई से जुड़े तार, 61 सिम के साथ पकड़े गए आरोपी ने उगले राज
दिनेश एमएन ने बताया कि आसूचना संकलन एवं तकनीकी मदद से खबर की तस्दीक होने पर वैशाली थाना पुलिस को सूचना देकर सिरसी रोड बुलाया गया। जहां कालरा पेट्रोल पम्प के सामने चाय की थड़ी पर बाइक लेकर खड़ा युवक पुलिस की गाड़ी और टीम को देखकर जाने लगा। बाइक रोक कर युवक को डिटेन किया गया। जिसकी पहचान शास्त्री नगर की गुर्जर बस्ती निवासी यशवंत सिंह के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास मिले एक लिफाफे से 61 सिम और जेब से मोबाइल बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार, साइबर ठग गिरोह के सरगना अभिषेक ने दुबई में कहीं एक कॉल सेंटर बनाया है। सिम बॉक्स में भारतीय नंबर की इन सिमों को इंसर्ट करने पर यह एक्टिव हो जाती हैं। इसके बाद दुबई में कॉल सेंटर चल रहा अभिषेक विभिन्न गेमिंग एप और अन्य तरीकों से साइबर ठगी करता है।


फ्लाइट कोरियर से सरगना भिजवाता है फर्जी सिम, फिर शुरू होता है असली खेल
पूछताछ में आरोपी युवक यशवंत ने बताया कि फर्जी और दूसरे लोगों के डॉक्यूमेंट लगाकर ली की गई ये सिम उसके साथी अभिषेक उर्फ अन्ना पुत्र महेश निवासी लालरपुरा गांधीपथ वैस्ट जयपुर ने असम से फ्लाइट द्वारा कोरियर से भिजवाई हैं। अभिषेक दुबई में रहकर ऑनलाइन गेम्स खेला सट्टे का काम करता है। फर्जी सिम इन्हें असम के अलावा अरुणाचल प्रदेश और अन्य शहरों से भी मिलती हैं। आरोपी से पूछताछ में यह भी सामने आया कि इनके गिरोह में जयपुर के शास्त्री नगर निवासी योगेन्द्र खिंची उर्फ रोनी उर्फ रवि, रोकी, पंजाब निवासी गुरू, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी इंद्र, जतिन और हरमीत सिंह भी काम करते हैं। आरोपी ने इनके पास और भी कई फर्जी सिम होना बताया है।