हाई प्रोफाइल भ्रष्टाचार के बड़े नेटवर्क की सिर्फ एक कड़ी..

पीडब्लयूडी के एक्सईएन के ‘राजसी ठाटबाट’..करोड़ों की कारें, फार्म हाउस और लग्जरी फ्लैट!

एसीबी ने पीडब्यूडी के अधिशासी अभियंता के जयपुर सहित 5 ठिकानों पर मारा छापा, कमाई से 200 प्रतिशत अधिक संपत्ति का हुआ खुलासा, 19 बैंक खातों में करोड़ों का लेनदेन

सरकारी इंजीनियर की दौलत ने किया हैरान, जयपुर में 3 फ्लैट, फार्म हाउस और लग्जरी कारें, देर रात तक जारी थी कार्रवाई, हैरत में पड़े एसीबी के अधिकारी 


जयपुर। एसीबी की टीम ने गुरुवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता के कई ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता हरिप्रसाद मीणा के जयपुर, दूदू सहित अन्य ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। छापेमार कार्रवाई में आय से अधिक करोड़ों रुपए की संपत्तियों का खुलासा हुआ है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करके दो ऑडी और स्कॉर्पियो समेत कई लग्जरी गाडिय़ां भी खरीदी गई है, विदेश यात्राओं पर लाखों रुपए खर्च करना पाया गया है। 
एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के मुताबिक आय से अधिक संपत्ति के मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) दूदू के अधिशासी अभियंता हरिप्रसाद मीणा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई है। अनुसंधान अधिकारी एडिशनल एसपी भूपेन्द्र के नेतृत्व में कार्रवाई की गई है। सूत्रों और गोपनीय सत्यापन से आरोपी अधिकारी के राजकीय सेवा में नियुक्त होने से अब तक करीब चार करोड़ रुपए की आय से अधिक परिसंपत्तियां अर्जित करना सामने आया, जो कि आरोपी की वैध आय से करीब 200 प्रतिशत अधिक है। संदिग्ध अधिकारी की ओर से अपनी आय से अधिक अर्जित सम्पति से महंगी लग्जरी कारे खरीदी गई। इनमें दो ऑडी, एक स्कॉर्पियो, एक फॉर्ड एण्डेवर और एक रॉयल इन्फील्ड बाइक मुख्य हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 2 करोड़ रुपए है। इस कार्रवाई में अभियंता की अवैध कमाई का जो स्तर सामने आया है, उसने सभी को चौंका दिया है। एसीबी की टीमों ने अभियंता के पांच ठिकानों पर एक साथ दबिश दी, जहां से करोड़ों रुपये की लग्जरी कारें, बेशकीमती संपत्तियां और अन्य महंगी वस्तुएं बरामद हुईं। जांच में सामने आया कि अभियंता के पास उसकी वैध आय से करीब 200 गुना अधिक संपत्ति है।

मीणा ने पद का दुरुपयोग कर कमाई अकूत दौलत
एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि यह कार्रवाई जयपुर के दूदू क्षेत्र में की गई, जहां अधिशासी अभियंता हरिप्रसाद मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया। इस दौरान एसीबी की विभिन्न टीमों ने अभियंता के पांच अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। जांच में जो संपत्ति और दस्तावेज सामने आए, उन्हें देखकर एसीबी की टीम भी हैरान रह गई। पूरे राज्य में इस कार्रवाई की चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि अभियंता ने अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की।

जब्त हुईं करोड़ों की लग्जरी गाडिय़ां और विदेश यात्राओं का रिकॉर्ड
कार्रवाई के दौरान एसीबी ने अभियंता के पास से दो ऑडी कार, एक स्कॉर्पियो, एक फोर्ड एंडेवर और एक रॉयल एनफील्ड बाइक जब्त की हैं, जिनकी कुल अनुमानित कीमत करीब 2 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा अभियंता द्वारा की गई कई विदेशी यात्राओं और महंगे होटलों में ठहरने का रिकॉर्ड भी सामने आया है, जिन पर करीब 45 लाख रुपये खर्च किए गए। 

19 बैंक खाते, जयपुर में तीन महंगे फ्लैट; दौसा में लग्जरी फार्म हाउस 
जयपुर के महल रोड स्थित यूनिक एम्पोरिया और यूनिक न्यू टाउन अपार्टमेंट्स में मीणा ने तीन महंगे फ्लैट खरीदे हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 1.5 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, दौसा जिले के लालसोट तहसील स्थित गांव बगड़ी में उनका एक लग्जरी फार्म हाउस भी है। हरिप्रसाद मीणा और उनके परिवार के 19 बैंकों में खाते पाए गए हैं, जिनमें करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है। इन संपत्तियों और वाहनों की खरीद के लिए उन्होंने बैंकों से भारी लोन लिया, जिसे उन्होंने बहुत कम समय में चुका भी दिया।


एसीबी ने जयपुर-दूदू सहित पांच ठिकानों पर दी एक साथ दबिश
एसीबी की टीम ने अभियंता के जिन पांच ठिकानों पर दबिश दी, उनमें यूनिक एम्पोरिया, वीआईटी रोड, महिमा पनोरमा के पास, महल गांव रोड, जगतपुरा, जयपुर, यूनिक न्यू टाउन, वीआईटी रोड, महिमा पनोरमा के पीछे, जगतपुरा, जयपुर, गांव बगड़ी, तहसील लालसोट, जिला दौसा स्थित फार्म हाउस, कार्यालय अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी ब्लॉक दूदू, जिला जयपुर, किराए का मकान, फ्रेंड्स कॉलोनी, नरैना रोड, दूदू, जयपुर शामिल है।  जांच में यह भी सामने आया कि अभियंता के पास राजधानी जयपुर में यूनिक एम्पोरिया और यूनिक न्यू टाउन अपार्टमेंट्स में तीन महंगे फ्लैट हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 1.5 करोड़ रुपये है। वहीं दौसा जिले के लालसोट तहसील के गांव बगड़ी में एक आलीशान फार्म हाउस भी अभियंता के नाम पर है। 

हरिप्रसाद मीणा ने करोड़ों के लोन को चंद महीनों में ही चुका दिया
सार्वजनिक निर्माण विभाग में कार्यरत अधिशाषी अभियंता हरिप्रसाद मीणा की जिंदगी में सब कुछ ‘राजसी’ था—लेकिन अब एसीबी की जांच में ये ‘राजसी ठाट-बाट’  एक जबरदस्त करप्शन स्कैंडल के रूप में सामने आया है। हरिप्रसाद मीणा के पास मौजूद संपत्तियों और जीवनशैली पर अगर एक नजर डालें तो मामला आम नहीं, बल्कि हाई-प्रोफाइल भ्रष्टाचार का प्रतीक बन जाता है। आश्चर्य की बात ये है कि जिन गाडिय़ों और प्रॉपर्टीज के लिए आरोपी ने करोड़ों के बैंक लोन लिए थे, उन्हें चंद महीनों में ही चुका दिया गया। ये सवाल खड़ा करता है—इतनी तेजी से कर्ज उतारने का पैसा कहां से आया? अब सवाल यह है कि क्या राजस्थान के सिस्टम में एक इंजीनियर करोड़ों की संपत्ति यूं ही बना सकता है? या फिर ये पूरा मामला एक बड़े भ्रष्टाचार नेटवर्क की केवल शुरुआत है?