प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 12 फरवरी को राजस्थान के दौसा का दौरे पर रहेंगे वहां वो दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेस.वे के दौसा से दिल्ली तक के हिस्से का लोकार्पण करेंगे। राजस्थान के लोगोें के लिए बड़ी सोेगात हैं क्योकि जयपुर से दिल्ली जाने के लिए पहले करीब 5 से 6 घंटे लगते थे
लेकिन अब एक्सप्रेस-वे के पहले हिस्से का लोकार्पण होने के साथ ही दिल्ली से लोग राजस्थान की राजधानी जयपुर सिर्फ 3.5 घंटे में पहुंच जाएंगे।
दिल्ली और दौसा के बीच एक्सप्रेस-वे का हिस्सा बन जाने से पूरे इलाके का और ज्यादा आर्थिक विकास हो सकेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से 93 पीएम गतिशक्ति आर्थिक नोड, 13 बंदरगाह, 8 बड़े एयरपोर्ट और 8 मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क तक व्यापारियों की पहुंच बनेगी। इसके अलावा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से यूपी के जेवर, नवी मुंबई एयरपोर्ट और जेएनपीटी बंदरगाह तक भी कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इससे एक्सप्रेस-वे जिन राज्यों से गुजरने वाला है, उनका विकास होगा और देश के आर्थिक ढांचे को भी बड़ी मजबूती हासिल होगी। ये प्रोजेक्ट पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसे मंत्री नितिन गडकरी के मंत्रालय के तहत एनएचएआई ही पूरी तरह तैयार कर रहा है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के दौसा से दिल्ली तक बने पहले हिस्से की लंबाई 246 किलोमीटर है। पूरे एक्सप्रेस-वे को 12150 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे के पहले हिस्से का लोकार्पण होने के साथ ही दिल्ली से लोग राजस्थान की राजधानी जयपुर सिर्फ 3.5 घंटे में पहुंच जाएंगे। अभी दिल्ली से जयपुर जाने में करीब 5 घंटे लगते हैं। दिल्ली और दौसा के बीच एक्सप्रेस-वे का हिस्सा बन जाने से पूरे इलाके का और ज्यादा आर्थिक विकास हो सकेगा।
8 लेन का होगा एक्सप्रेस-वे
बता दें कि दिल्ली-मुंबई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होने वाला है। इस एक्सप्रेस-वे पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से वाहन चलेंगे। साथ ही ये 8 लेन का होगा। जिसको समयानुसार 12 लेन का भी किया जा सकता है। इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
लग्जरी सुविधाएं होंगी
इस एक्सप्रेस-वे पर रेस्टोरेंट, रेस्टरुम, शॉपिंग मॉल, होटल के अलावा अन्य सुविधाएं होंगी। हरियाणा की सीमा में पड़ने वाले इस एक्सप्रेस-वे का अधिकांश काम पूरा हो चुका है, जिस पर लगभग 11 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48) पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। चूंकि अभी दिल्ली से जयपुर या फिर मुंबई तक जाने के लिए इसी हाईवे का प्रयोग किया जाता है। एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद दिल्ली-जयपुर हाईवे पर लगने वाले जाम से भी निजात मिल जाएगी।
सिर्फ 2 टोल प्लाजा होंगे
अलीपुर से मुंबई तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे पर सिर्फ दो ही टोल प्लाजा होंगे। पहला टोल प्लाजा हरियाणा के नूंह जिले में पड़ने वाले गांव हिलालपुर में और दूसरा टोल प्लाजा मुंबई में होगा। पूरा एक्सप्रेस-वे तैयार होने के बाद दिल्ली-एनसीआर जिलों की महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान के कई बड़े शहरों से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। जैसे अलवर, दौसा, अजमेर, किशनगढ़, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत जैसे शहर तक पहुंचने में काफी असानी होगी।
दरअसल, दिल्ली-वडोदरा-मुंबई (DVM) एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बनने के बाद दिल्ली से मुंबई का सफर कार से महज 12 घंटे के अंदर पूरा होगा। जबकि अभी मुंबई कर पहुंचने में 24 घंटे का समय लगता है। 12 फरवरी को सुबह 10 बजे DVM एक्सप्रेस-वे के शुभारंभ के मौके पर गुरुग्राम के कस्बा सोहना में पड़ने वाले गांव अलीपुर में इस एक्सप्रेस-वे की शुरुआत होती।
जहां सुबह 10 बजे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहुंचेंगे। यहां से कार्यक्रम में शामिल होने के बाद नूंह जिले के गांव हिलालपुर में बनाए गए टोल प्लाजा पर पहुंचेंगे।
2024 में पूरा होगा प्रोजेक्ट
पहले चरण में अलीपुर से दौसा तक 220 किलोमीटर की सड़क बनकर तैयार हो गई है। अभी दिल्ली से दौसा तक पहुंचने में 6 घंटे तक का समय लगता है, लेकिन 12 फरवरी के बाद महज ढाई घंटे के अंदर दौसा और 2 घंटे के अंदर दिल्ली से जयपुर पहुंचा जा सकेगा। अगले साल 2024 तक इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की उम्मीद है। उसके बाद दिल्ली से मुंबई 1380 किलोमीटर का सफर भी कार से महज 12 घंटे के अंदर पूरा किया जा सकेगा।