चांद पर लहराया तिरंगा ,   एक बार फिर छाया विश्व पटल पर हिंदुस्तान ,

 

सुनहरे अक्षरों में दर्ज हुआ भारत का नाम, 

चंद्रमा पर इसरो अपने तीन मूल मिशन भेज चुका है चंद्रयान 3 ने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की वह भी ऐसी जगह जहां पर अब तक किसी भी देश ने लैंडिंग की कोशिश तक नहीं की है न ही  हिम्मत की है आपको बता दें कि दुनिया में ऐसे 11 देश है जिन्होंने अपने मूल मिशन भेजे हैं वही विश्व पटल में भारत  पहला देश बन गया है जिसने चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की है और इसरो दुनिया की पहली स्पेस एजेंसी बन गई है  यह हम सब भारतीयों के लिए बहुत ही गर्व की बात है ,आपको बता दे कि दक्षिणी ध्रुव का तापमान - 200 डिग्री सेल्सियस या इससे भी कम होता है यहां पर्याप्त रोशनी तक नहीं रहते उस जहां पर भारत ने आज अपना तिरंगा लहरा दिया है
लिहाजा इस अभियान से हमारी धरती के एकमात्र उपग्रह चांद के विषय में जानकारी बढ़ेगी साथ ही  अन्य ग्रहों के विषय में भी भविष्य में अंतरिक्ष अनुसंधान की क्षमता विकसित होगी इसरो द्वारा इस मिशन का आगाज 14जुलाई आँध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा सतीश धवन स्पेश सेण्टर से किया गया और आज विश्व पटल पर भारत ने अपनी छाप छोड़ दी चंद्रयान ३ की सफल लेंडिंग के साथ ही देश भर में जश्न का माहौल बन गया मानो ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे कोई पर्व मनाया जा रहा है

40 दिन का भारत का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ। पृथ्वी से चंद्रमा तक 3.84 लाख किलोमीटर का सफर तय करने के बाद चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की धरती पर कामयाबी के साथ उतर गया। इसी के साथ भारत चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला रूस, अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का 4 देश बन गया है। 

जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ़्रीका | चंद्रयान-3 की सफलता के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को फोन कर बधाई दी