सीकर। राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर पुरस्कृत शिक्षकों की प्रतिनिधि संस्था पुरस्कृत शिक्षक फोरम राजस्थान के आह्वान पर जिला इकाई सीकर की जिला स्तरीय मीटिंग राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड स्थानीय संघ रींगस के सभागार में सम्पन्न हुई। पुरस्कृत शिक्षक परिवार के सेवानिवृत्त प्रकृति प्रेमी पुरस्कृत शिक्षक गुलाबचंद सैनी की अध्यक्षता में आयोजित मीटिंग में पुरस्कृत शिक्षक फोरम राजस्थान, जिला इकाई सीकर की अध्यक्ष निर्मला देवी ने बुद्ध पूर्णिमा एवं विश्व पर्यावरण दिवस के परिप्रेक्ष्य में बेजुबान परिंदो के लिए परिण्डा अभियान और वर्षाकाल में धरती के श्रृंगार के लिए वृक्षारोपण अभियान के माध्यम से प्रकृति वंदन एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु सभी संभागियो को संकल्पित करवाते हुए पुरस्कृत शिक्षक फोरम की रीति-नीति एवं भावी कार्ययोजना की रूपरेखा प्रस्तुत की। पुरस्कृत शिक्षक फोरम सीकर जिला इकाई सचिव प्रभुदयाल कुमावत ने समय की नजाकत को समझते हुए सामूहिक हितों के लिए संगठित, सक्रिय एवं जागरूक होकर राज्य फोरम के बैनर तले सहभागिता निभाने का आह्वान किया। पुरस्कृत शिक्षक फोरम सीकर जिला इकाई उपाध्यक्ष फूल मोहम्मद ने फोरम द्वारा वर्ष पर्यन्त किए जाने वाले शैक्षणिक नवाचारों और सामाजिक सरोकारों की रूपरेखा प्रस्तुत की। राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड स्थानीय संघ रींगस के सचिव विष्णु जोशी एवं बालचरों ने सभी पुरस्कृत शिक्षकों का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत सत्कार किया।
मीटिंग में विचार-विमर्श उपरांत शिरकत कर रहे सभी संभागियों का सर्व सम्मत निर्णय रहा कि राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर पुरस्कृत शिक्षकों को अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ, स्थानान्तरण में वरीयता, सेवाकाल में अभिवृद्धि, वाहन टोल फ्री, काउंसलिंग में प्राथमिकता और भूखंड आवंटन जैसी लंबित घोषणाओं की अक्षरशः अनुपालना और शीघ्र क्रियान्विति हेतु पुरजोर सामूहिक प्रयास की महत्ती आवश्यकता है। मीटिंग में सीकर एवं नीमकाथाना जिले के पुरस्कृत शिक्षक परिवार के निर्मला देवी नीमकाथाना, गुलाबचंद सैनी गणेश्वर, प्रभुदयाल कुमावत करड़, रजनीश कुमार शर्मा खाटूश्यामजी, फूलाराम भादू प्रेमनगर मदनी, शिमला कुमारी रींगस, शोभा भारणी श्रीमाधोपुर, फूल मोहम्मद बाय, रामलाल महला चक गोपीनाथपुरा, महेंद्र प्रसाद सैनी मानगढ़ अजीतगढ़, करण सैनी नीमकाथाना, रामदयाल सैनी अरनियाँ, बसंतीलाल सैनी गुहाला, लक्ष्मीनारायण सैनी लिसाड़िया, धीरसिंह शेखावत करड़, डॉ. महेन्द्रसिंह पदमपुरा खण्डेला पुरस्कृत शिक्षकों ने सहभागिता की। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2024 के बाद सीकर एवं नीमकाथाना जिले के सभी पुरस्कृत शिक्षकों से विचार विमर्श उपरांत नियत समय और स्थान पर जिला स्तरीय समारोह आयोजित करने के निर्णय के साथ मीटिंग सम्पन्न हुई।