जयपुर। विश्व संगीत दिवस के अवसर पर नारायण सिंह सर्किल स्थित प्रेस क्लब में गीतों भरी शाम 'गीत मेरे मीत' गीत-संगीत के रस से गुलजार हो उठी। मंजरी फाउण्डेशन के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में जयपुर के गायकों व मंजरी फाउण्डेशन के सदस्यों ने प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि भाजपा ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर के जिलाध्यक्ष चेतन कुमावत, राजेंद्र प्रजापति, सुनील नाटाणी, रेशमा खान, अमला बत्रा, डॉ. अरुण कसुंबीवाल, कृष्ण कन्हैया मीणा, अजय गुप्ता व उम्मेद सिंह नांदीवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक लाने वाली छात्राओं का सम्मान भी किया गया। मंच संचालन प्रियंका कुमावत ने किया।
रश्मि बालोदिया के आज कल पांव जमीं पर....मोहन कुमार बालोदिया के रोते हुए आतें हैं सब..., सुनीता नांदीवाल के मैं तो तुम संग... व वर्षा विजय के ये दिल और उनकी ... गानों की प्रस्तुति ने माहौल में मिठास घोल दी। साथ ही डा. सुरभि चंदानी के प्यार हुआ चुपके से..., भारत ओझा के नीले-नीले अंबर, मनीषा जैन के जीवन के दिन... विशाल शर्मा के ऐ जिंदगी गले लगा ले... बेला माथुर के चलो सजना, अंशुमन शर्मा के चांद सी महबूबा हो... के प्रभावी गायन से गुज़रे ज़माने की इस गीतमाला को सार्थक कर दिया। रणवीर सिंह, के.के. मीणा, उम्मेद नांदीवाल व सुरभि द्वारा गाये गीतों को श्रोताओं ने खूब पसंद किया। ऑक्टोपैड पर दुर्गेश बालोदिया, गिटार पर अंशु सक्सैना व ढोलक पर महेन्द्र शर्मा ने गीतों की धुनों के जादू को जीवंत किया। आदित्य सोडा ने की बोर्ड, आशीष कुमार ने तबला वाद्यवृद में कसावट भरा साथ दिया।