राजनेताओं, विधायकों और मंत्रियों के करीबियों को मनचाही प्रतिनियुक्ति पर भजनलाल सरकार सख्त, आदेशों की अवहेलना की शिकायतों के बाद विस्तृत रिपोर्ट तलब
अब हर हाल में छोडऩी होंगी मनमाफिक कुर्सियां, कई अधिकारी और कर्मचारी लंबे समय से जमे हुए हैं प्रतिनियुक्ति पर, सोमवार शाम तक भेजी जा चुकी थी सूची
जयपुर। नेताओं के नजदीकी अफसरों पर अब जल्द ही गाज गिरने वाली है। जो अफसर या कर्मचारी नेताओं, विधायकों और मंत्रियों के इर्द गिर्द घूम कर मनचाहे स्थान पर प्रतिनियुक्ति करवा लेते थे। ऐसे अफसरों को मूल विभाग में भेजने के आदेश तीन महीने पहले ही जारी हो गए थे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ऐसी शिकायतें मिली है कि कई अधिकारी और कर्मचारी ऐसे हैं जो अभी तक प्रतिनियुक्ति पर जमे हुए हैं। आदेशों की अवहेलना करने की सूचना मिलते ही सीएम ने एतराज जताया और सभी विभागों के प्रमुख अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोमवार शाम 5 बजे तक प्रतिनियुक्ति पर लगे अफसरों और कर्मचारियों की सूची तैयार करके भेजें। ऐसे अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ सरकार सख्त एक्शन लेने के मूड में है।
दरअसल, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय हजारों कर्मचारी और अधिकारी ऐसे थे जो मूल विभाग के बजाय अपने चहेते विभागों में प्रतिनियुक्ति पर लग गए थे। मनचाहे डिपार्टमेंट में लगने के बाद अफसर और कर्मचारी अपनी मनमर्जी से काम करते थे। कई अफसर तो ऐसे थे जो नौकरी करने के बजाय नेताओं की चापलूसी करने में ही समय व्यतीत करते थे लेकिन उनकी तनख्वाह मूल विभाग से ही बनती थी। मूल विभाग का कामकाज भी प्रभावित होता था लेकिन नेताओं के इर्द गिर्द घूमने वालों को विभाग के मुखिया भी कुछ नहीं कहते थे।
सरकार बदलते ही सीएम भजनलाल ने की सख्ती, अब तक नहीं हुई आदेशों की पालना
राजस्थान में सरकार बदलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक आदेश जारी किया था। इस आदेश के मुताबिक नई सरकार ने प्रतिनियुक्ति पर तैनात सभी विभागों के अफसरों और कर्मचारियों को अपने मूल विभाग में लौटने के आदेश दिए थे। अब ऐसी शिकायतें सामने आई है कि बड़ी संख्या में अफसर और कर्मचारी ऐसे हैं जो अभी तक अपने मूल विभागों में नहीं लौटे हैं। ऐसे अफसरों के खिलाफ अब सरकार सख्त करने जा रही है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी विभागों से रिपोर्ट मांगी है कि कौन कब से प्रतिनियुक्ति पर हैं और अभी तक मूल विभाग में नहीं जाने का कारण भी बताना होगा।
इधर, गर्मी की व्यवस्थाओं के लिए फैसला, आईएएस अफसरों को छोडऩा होगा मुख्यालय
इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए भजनलाल सरकार अलर्ट मोड पर है। जानलेवा हो रहे मौसम से आमजन को राहत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्तर पर कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर सभी जिलों के प्रभारी सचिवों को संबंधित जिलों में अगले दो दिन ( 28 और 29 मई ) कैंप करने के निर्देश जारी किए हैं। ऐसे में साफ है, जिलों में प्रभारी सचिव नियुक्त तमाम आईएएस अफसरों को अब अगले दो दिन के लिए जयपुर मुख्यालय छोडऩा होगा। उन्हें अपने-अपने प्रभार में कैंप करते हुए वहां हीट वेव और मौसमी बीमारियों सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा करके उन्हें दुरुस्त करने का काम करना होगा। प्रशासनिक सुधार विभाग ने इस संबंध में सभी प्रभारी सचिवों को निर्देश जारी करते हुए 12 बिंदुओं पर समीक्षा और निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।