कोट: वर्षभर राजकीय विद्यालयोँ में कार्यरत शिक्षक गैरशैक्षणिक कार्यों की भरमार के बावजूद आज घोषित राजस्थान उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं आठवीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम में राजकीय विद्यालयों के श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम के प्रदर्शन के लिए बधाई के हकदार है.!
राजस्थान बूथ लेवल आफिसर्स संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष एवं शिक्षक संघ रेस्टॉ के जिला संरक्षक गजराज सिंह मोठपुर का कहना है कि राज्य सरकारे शिक्षकों को शिक्षण कक्ष में 6 घंटे शिक्षण कार्य नहीं करने देती है जो कि सार्वजनिक शिक्षा के मौलिक अधिकार की धारा 27 का उल्लंघन है.!लोक सभा आम चुनाव और विधान सभा आम चुनाव की दोहरी जिम्मेदारी निभाते हुए शिक्षक, शिक्षिकाये एवं मंत्रालयिक कर्मचारी सभी बधाई के हकदार है, संघठन ने सभी को बधाई प्रेषित की है, गैर शैक्षनिक कार्यों के बावजूद शिक्षकों की मेहनत से सभी छात्र - छात्राओं ने अच्छे अंक प्राप्त कर राजस्थान भर में अच्छा परीक्षा परिणाम दिया है.!
साथ ही प्रदेशाध्यक्ष गजराज सिंह मोठपुर ने राज्य सरकार एवं निर्वाचन आयोग से माँग की है कि शिक्षकों को गैरशैक्षणिक कार्यों से अविलम्ब स्थाई रूप से मुक्त किया जाये और शिक्षकों और शिक्षिकाओं को बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए उचित मंच से सम्मानजनक और प्रशसंनात्मक सम्मान दिया जाये, संघर्ष समिति का मानना है यह परीक्षा परिणाम इस बात का द्योटक है कि इतने गैर शैक्षणिक कार्य,रिक्त पद और पदोन्नति न होने से व क्रमोंन्नत विद्यालयों में रिक्त पद होने के बावजूद श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम दिए जाने से यह सिद्ध होता है कि राजकीय विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षक, शिक्षिकाये कर्मठ, मेहनती और विषय विशेषज्ञ है उनकी प्रतिभा पर किसी तरह का प्रश्न चिन्ह नहीं लगाया जा सकता है.!
ऐसे में उन्हें अगर श्रेष्ठ स्थिति में कार्य करने का अवसर दिया जाये,उन्हें गैरशैक्षणिक कार्यों से मुक्त कर दिया जाये और रिक्त पदो को भर दिया जाए तो राजकीय विद्यालय एक नई इबारत लिखने को तत्पर रहेंगे व निजी विद्यालय उनके सामने टिक नहीं पाएंगे और शिक्षा के निजीकरण की योजना के मंसूबे भी कामयाब नहीं होंगे..!!