चूरू। जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने अधिकारियों से कहा है कि कृषक कल्याण की योजनाओं का समुचित प्रचार-प्रसार करें ताकि प्रत्येक पात्र किसान तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ पहुंचे। जानकारी के अभाव में योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित रहे किसानों को योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, योजना के लाभ सहित जानकारी दें तथा आवेदन करवाते हुए अधिकतम किसानों को लाभान्वित करें।
जिला कलक्टर सत्यानी मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय कृषि समिति, आत्मा शाषी परिषद व उद्यानिकी समिति की बैठक में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कृषक कल्याण के प्रति संवेदनशील है। इसलिए सरकार की मंशानुरूप प्रत्येक पात्र वंचित किसान तक योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित की जाए। कृषि गतिविधियों में जागरूकता बढ़ाने हेतु जिले के किसानों से नियमित संम्पर्क में रहें और नवाचार व उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी किसानों को दी जाए। किसानों के प्रशिक्षण आदि में अधिकतम किसानों की भागीदारी हो। क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुकूल फसल पैदावार को बढाने हेतु किसानों को प्रशिक्षण व तकनीक की जानकारी दी जाए। जानकारी देते समय ध्यान रखें कि किसानों को उनकी स्थानीय भाषा में जानकारी पहुंचे।
सत्यानी ने कहा कि बुवाई के समय के साथ ही किसानों को बीज वितरण किया जाए तथा कोई भी पात्र किसान बीज से वंचित न रहे। उन्हें समुचित उर्वरक, जैविक खेती आदि की जानकारी दी जाए ताकि सॉइल इम्प्रूव हो और किसानों की पैदावार में बढ़ोतरी हो। किसानों को बायोफर्टिलाइजर के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाए।
आत्मा परियोजना निदेशक दीपक कपिला ने आत्माशाषी परिषद की वार्षिक कार्ययोजना, अन्तरराज्य कृषक कृषक प्रशिक्षण, अन्तरराज्य कृषक भ्रमण, कृषक पुरस्कार, कृषक-वैज्ञानिक संवाद गोष्ठी, वैज्ञानिकों व विस्तार कार्मिकों के संयुक्त भ्रमण, क्षेत्र दिवस व किसान गोष्ठी के आयोजन, आत्मा जैसी संस्थाओं की स्थापना, इनोवेटिव जिला स्तरीय गतिविधियों, कृषि, उद्यान, पशुपालन व जैविक घटकों के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर पुरस्कार हेतु चयनित किसानों व आदान विक्रेताओं के लिए विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा आदि की जानकारी देते हुए विस्तृत चर्चा की।
संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार जगदेव सिंह ने कृषि विस्तार गतिविधियों, बीज मिनिकिट, फसल प्रदर्शन, तारबंदी, बायोफर्टिलाइजर, सूक्ष्म पोषक तत्व, महिला प्रशिक्षण, मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना, अनुदानित दरों पर कृषि यंत्रों का वितरण, कस्टम हायरिंग सेंटर, पौध संरक्षण यंत्रों पर अुनदान, अनुदानित दरों पर प्रमाणित बीजों का वितरण, फॉर्म पौंड का निर्माण, सिंचाई पाइप लाइन पर अनुदान, कृषि विषय में अध्ययनरत छात्राओं को प्रोत्साहन राशि, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, कृषि आदान व्यवस्था, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, वृक्ष जनित तिलहन पौधरोपण, परपंरागत कृषि विकास योजना सहित विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
उद्यान उपनिदेशक डॉ धर्मवीर डूडी ने प्रधानमंत्री किसान उर्जा सुरक्षा महाभियान, पीएम कुसुम सहित उद्यानिकी से संबंधित योजनाओं व निर्धारित लक्ष्यों के बारे में जानकारी दी।एडीएम उत्तमसिंह शेखावत ने सभी अधिकारियों को विस्तृत कार्ययोजना के साथ निर्देशों की पालना के निर्देश दिए।इस दौरान एसीईओ दुर्गा ढाका, एडीपीआर कुमार अजय, डीएफओ भवानी सिंह, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश, कॉपरेटिव डीआर विभा खेतान, कॉपरेटिव एमडी मदनलाल, एपीआरओ मनीष कुमार, सहायक निदेशक कृषि कुलदीप शर्मा, डॉ वीके सैनी, डॉ शौकत अली, सरस डेयरी प्रबंध संचालक विजय राम मीना, शुभकरण महर्षि, विजय पुरी सहित अधिकारी उपस्थित रहे।