नए जिलों के रिव्यू पर जोरदार गदर; अब चरम पर बदजुबानी..कांग्रेस नेता बोले-‘भजनलाल का ‘..’ भी कुछ नहीं कर सकता’!
गहलोत राज में बने 17 नए जिलों के रिव्यू के फैसले पर मचा घमासान, कांग्रेस नेता हेमाराम चौधरी की अशोभनीय टिप्पणी, भाजपा ने भी साधा निशाना
समीक्षा की बात पर भडक़ी कांग्रेस, कई नेताओं ने दिए बयान; नए जिलों के गठन के लिए बनाई गई मंत्रीमंडलीय उप समिति को बताया अतार्किक; भाजपा सरकार को बताया विकास का विरोधी
जयपुर। राजस्थान में पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में बनाए गए 17 नए जिले और तीन संभागों पर सूबे की राजनीति में गदर मचा हुआ है। प्रदेश की भजनलाल सरकार की ओर से इन नए जिलों और तीन संभागों की प्रशासनिक, वित्तीय और भौगोलिक स्थिति के पुर्नरावलोकन के लिए बनाई गई मंत्रिमंडलीय समिति पर कांग्रेस भडक़ गई है। कांग्रेस ने इस पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कहा है कि प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद भाजपा सिर्फ राजस्थान के विकास कार्यों पर ब्रेक लगाने और जनहित की योजनाओं को बंद करने का कार्य कर रही है।
इस बीच गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हेमाराम चौधरी का एक आपत्तिजनक बयान सामने आया है। जैसलमेर में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने अशोभनीय टिप्पणी कर दी। हाल ही राज्य सरकार ने गहलोत राज में बने 17 नए जिलों पर रिव्यू करने का फैसला लिया था। स्थानीय पत्रकार ने इस संबंध में जब हेमाराम चौधरी से सवाल किया तो चौधरी ने आपत्तिजनक बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि ‘अब कुछ नहीं होगा भजनलाल से...राजस्थान में नए जिले जो बनने थे वो बन गए... अब भजनलाल का बाप भी कैंसिल नहीं कर सकता।’
इसके अलावा नए जिलों के गठन के लिए बनाई गई मंत्रिमंडलीय उप समिति के निर्णय पर कांग्रेस वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि राज्य में नई सरकार की ओर से कोई नई योजना जन कल्याण के लिए नहीं लाई गई है। बल्कि आम आदमी को राहत देने के लिए बनाई गई योजनाओं को बंद करने का कार्य किया जा रहा है। नए जिलों और संभागों के गठन की समीक्षा पर कांग्रेस ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि सरकार किसी भी नए जिले और संभाग की समीक्षा कर उसे बंद नहीं कर सकती।
भजनलाल का बाप भी कैंसिल नहीं कर सकता नए जिलों का गठन: हेमाराम चौधरी
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी दो दिन तक जैसलमेर दौरे पर रहे। इस दौरान वे नवनिर्वाचित सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के सम्मान में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसी दौरान मीडियाकर्मी के सवाल का जवाब देते हुए पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि ये आप लोग सपना देख रहे हैं। सभी नए जिले निरस्त नहीं हो सकते क्योंकि नए जिले बन चुके हैं और इनका काम भी शुरू हो गया है। अब किसी का बाप भी इनको बदल नहीं सकता। पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी का यह आपत्तिजनक टिप्पणी का वीडियो 9 सेकंड का है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके इस तरह के बयान पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। कई लोग उन्हें नसीहत भी दे रहे हैं कि उम्र के इस पड़ाव में उन्हें कैमरा और माइक के सामने आने से बचना चाहिए। हालांकि हेमाराम चौधरी के इस बयान के बाद किसी बड़े नेता का बयान सामने नहीं आया है।
भजनलाल सरकार ने किया है समीक्षा के लिए मंत्री मंडलीय उपसमिति का गठन
पिछले दिनों भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार में गठित 17 नए जिलों और 3 संभागों को लेकर एक मंत्री मंडलीय उपसमिति का गठन किया। डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को इस उप समिति का संयोजक बनाया है। जबकि मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, मंत्री हेमंत मीणा और मंत्री सुरेश सिंह रावत को इस कमेटी का सदस्य बनाया गया है। ये लोग इस मामले की समीक्षा करके सरकार को अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। इसके बाद राज्य सरकार इन 17 जिलों और 3 संभागों के बारे में अपना फैसला लेगी।
इधर, प्रताप सिंह खाचरियावास ने लगाया सरकार पर बड़ा आरोप
इस पूरे मामले पर खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार का ये निर्णय संबंधित जिले की आबादी के साथ बड़ा कुठाराघात माना जाएगा। विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता हासिल करने के बाद भाजपा ने पिछले सात महीनों में जनहित की अधिकांश योजनाओ को बंद कर दिया है। इसके कारण लोकसभा चुनावों में जनता ने भाजपा से मुंह मोड़ लिया है। दरअसल, चार मंत्रियों की उप समिति नए जिलों की समीक्षा करेगी। इनके प्रशासनिक, क्षेत्राधिकार, वित्तीय और अन्य सभी मामलों की नए सिरे से समीक्षा की जाएगी।