बहनों से राखी बंधवाकर ‘दुनिया छोड़ गया देवराज’..छावनी में तब्दील हुआ उदयपुर; तनावपूर्ण शांति कायम

चाकूबाजी मामले में घायल छात्र हार गया जिंदगी की जंग, हालांकि कई मामलों पर सहमति बनने के बाद पोस्टमार्टम के लिए राजी हुआ परिवार

देररात तक अस्पताल और थाने पर जुटी थी भीड़, आज भी इंटरनेट बंद 


जयपुर/उदयपुर। स्कूल में हुई चाकूबाजी में घायल हुए छात्र देवराज की मौत के बाद उदयपुर में एक बार फिर स्थिति संवेदनशील बन गई है। 16 अगस्त को भटियानी चोहट्टा स्थित सरकारी स्कूल में 10वीं में पढऩे वाले देवराज का दूसरी समुदाय के छात्र के साथ विवाद हुआ था। जिसमें देवराज को बुरी तरह से चाकू मार कर घायल कर दिया गया था। देवराज की नाजुक स्थिति थी और उसका इलाज लगातार चल रहा था। उसके लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर बुलाए गए थे। लेकिन इसके बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। यह सब तब हुआ जब पूरे देश में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा था। लेकिन भाई-बहन के इस त्यौहार पर एक बहन ने भाई को खो दिया। देवराज का इलाज चल रहा था और देवराज की बहन अस्पताल में उसे राखी बांधने आई थी। अस्पताल की ओर से देवराज की बहन को अंदर आने की अनुमति भी दी। जिसके बाद देवराज की बहन ने उसे राखी भी बांधी। लेकिन, जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा देवराज इस जंग को हार गया। राखी बांधने के बाद ही उसकी हालत धीरे-धीरे और बिगडऩे लगी और उसकी मौत हो गई। 


अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था देवराज, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल 
बताया जाता है कि देवराज अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वहीं देवराज अपनी बहन का इकलौता भाई था। लेकिन अब उस परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया है। देवराज के बारे में डॉक्टरों का कहना था कि वह काफी बहादुर था, वह जीना चाहता था और वह जिंदगी की जंग बहादुरी से लड़ रहा था। लेकिन उसका शरीर उसका साथ नहीं दे रहा था। 16 अगस्त को देवराज जब स्कूल गया था तो उसे पता भी नहीं था उसके साथ इतनी बड़ी घटना हो जाएगी। उसके स्कूल के साथी के साथ किसी कॉपी या होमवर्क के लिए विवाद हुआ था, वहीं यह विवाद इतना बढ़ गया कि देवराज के साथी ने ही उस पर जानलेवा हमला कर दिया।


पूरे शहर में भारी पुलिस बल तैनात, की जा रही शांति की अपील
घटना के बाद अब उदयपुर में पुलिस बल को तैनात किया गया है। शहर में किसी तरह की शांति भंग नहीं हो इसके लिए इंटरनेट सेवा को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहीं सरकार भी लोगों को शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। जानकारी के अनुसार मृतक के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने पर सहमति बन चुकी है। जानकारी के अनुसार दोपहर ढाई बजे के बाद देवराज की तबीयत अचानक बिगड़ी और 5 बजे के करीब उसकी मौत हो गई। 


परिजनों ने लगाया डॉक्टरों पर चार दिनों तक गुमराह करने का आरोप
घायल स्टूडेंट की मौत के बाद मां ने कहा कि दोषी को सजा मिले। उन्होंने कहा कि 4 दिन तक डॉक्टर हमें गुमराह करते रहे। इससे पहले रविवार को देवराज की मौत की अफवाह के बाद देवराज की मां महिलाओं की भीड़ के साथ अस्पताल पहुंची थी। अस्पताल में हंगामा किया, फिर मां को मिलने की अनुमति दी। रविवार से लगातार उदयपुर में मंदिरों में प्रार्थना चल रही थी। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने भी मजार पर देवराज की सलामति की दुआ की थी। मुस्लिम समुदाय के लोग छात्र की मौत से पहले जिला कलेक्टर से मिले और घटना पर अफसोस जाहिर किया है।


आरोपी ने 400 रुपए में खरीदा था चाइनीज चाकू, किसी अन्य के मर्डर की थी प्लानिंग
आरोपी स्टूडेंट का उसके अपने मोहल्ले में किसी दूसरे लडक़े से विवाद चल रहा था। वह उसको सबक सिखाना चाहता था। इसके लिए उसने 14 अगस्त को ही कपासन (चित्तौडग़ढ़) में लगने वाले मेले से 400 रुपए में बटन वाला चाइनीज ऑटोमैटिक चाकू खरीदा था। खरीदने के बाद से ये चाकू उसने अपनी स्कूटी में रख लिया था। पुलिस की पूछताछ में स्टूडेंट ने ये बात कबूली है। कपासन में सूफी संत हजरत दीवाना शाह के उर्स को लेकर वहां 12 से लेकर 14 अगस्त तक मेला (उर्स) लगा था। आरोपी स्टूडेंट को होमवर्क करना था। उसने पीडि़त स्टूडेंट से उसकी कॉपी मांगी। पीडि़त स्टूडेंट ने वो कॉपी उसे देने से इनकार कर दिया। इस बात से आरोपी स्टूडेंट उससे नाराज चल रहा था। आरोपी स्टूडेंट ने कॉपी नहीं देने को लेकर पीडि़त स्टूडेंट को भला-बुरा कहा। दोनों ने एक-दूसरे के पिता के प्रोफेशन को लेकर भी कमेंट पास किए। जिसके बाद मामला बेकाबू हो गया।