आरटीओ जयपुर द्वितीय ने चलाया विशेष प्रवर्तन अभियान, टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 55 वाहनों को जब्त किया, अब वसूला जाएगा लाखों का जुर्माना
जयपुर। परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा विभाग की सचिव एवं आयुक्त शुची त्यागी के निर्देशानुसार ओवरलोडेड मालवाहक वाहनों के विरुद्ध एक विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया गया। यह अभियान 16 फरवरी की शाम 6 बजे प्रारंभ हुआ और लगातार 26 घंटे तक जारी रहने के बाद 17 फरवरी की रात 8 बजे समाप्त हुआ। इस दौरान रेनवाल, कालवाड़, जोबनेर, चौमू सहित विभिन्न क्षेत्रों में सख्त कार्रवाई की गई। इस कड़े प्रवर्तन अभियान के कारण कई ओवरलोड वाहन चालक अपने वाहन छोडक़र भाग गए। कुछ वाहन मालिकों ने जीपीएस लॉक लगाकर जब्ती से बचने की कोशिश की, लेकिन आरटीओ टीम ने मैकेनिकों की सहायता से इन लॉक को खोलकर वाहनों को जब्त कर लिया।
इसके अलावा कई चालकों ने टायरों की हवा निकाल दी या वाल्व खराब कर दिए, ताकि वाहन अस्थायी रूप से खराब दिखें और जब्ती से बच सकें। लेकिन आरटीओ टीम ने टायर मैकेनिकों को तैनात कर हवा भरवाई और वाल्व बदलकर वाहनों को जब्त किया। कुछ वाहन मालिकों ने चालाकी से अपने ड्राइवरों को भगा दिया, ताकि वाहन को जब्त करना मुश्किल हो। लेकिन टीम ने प्रशिक्षित (ट्रेंड) ड्राइवरों को तैनात किया, जिन्होंने इन वाहनों को सुरक्षित रूप से आरटीओ कार्यालयों और पुलिस स्टेशनों तक पहुंचाया। टीम ने जोबनेर, मेहला, बगरू, मानसरोवर, दौलतपुरा, जटावली, कालाडेरा एवं रेनवाल में गहन अभियान चलाया। जयपुर द्वितीय क्षेत्र की टीम ने लिंक रोड, ढाबों और अन्य छिपे हुए स्थानों पर भी छापेमारी कर 55 वाहनों को जब्त किया। अभियान की अगुवाई आरटीओ जयपुर द्वितीय धर्मेंद्र कुमार ने की। इस टीम में संजय शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी, आरटीओ जयपुर द्वितीय, अनूप सहारिया, जिला परिवहन अधिकारी, चौमूं, यशपाल यादव, जिला परिवहन अधिकारी, शाहपुरा शामिल रहे। इसके अतिरिक्त अभियान में परिवहन निरीक्षक एवं मोटर वाहन निरीक्षक सक्रिय भूमिका में रहे। जिनमें राजेश कुमार चौधरी, अनिल बसवाल, विजेंद्र जांगिड़, घनश्याम सिंह, अविनाश चौहान, भरतेंदु पचौरी, बाबूलाल मीणा, हंसराज तेपन, रजत माथुर, अरविंद सिंह राठौड़, बलवीर सिंह एवं मुकुंद राठौड़ शामिल थे।
सीधा संदेश- ओवरलोडिंग नहीं होगी बर्दाश्त, अब वसूला जाएगा 30 लाख का जुर्माना
इस विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत लगभग 30 लाख रुपये का राजस्व ओवरलोड वाहनों से वसूला जाएगा। यह अभियान सडक़ सुरक्षा को सुनिश्चित करने और अवैध ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह विशेष प्रवर्तन अभियान 16 फरवरी की शाम 6 बजे शुरू होकर 17 फरवरी की रात 8 बजे तक लगातार 26 घंटे तक चला। इस दौरान आरटीओ टीम ने दिन-रात सतत निगरानी रखकर ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। इस कठोर अभियान से यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि परिवहन विभाग अवैध ओवरलोडिंग को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा विभाग पूरी प्रतिबद्धता के साथ सुरक्षित, अनुशासित एवं विधिसम्मत परिवहन सुनिश्चित करने के लिए कार्यरत है। ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध इसी तरह की सख्त कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।