उपलब्धियों से अधिक खामियां दिखने लगे तो समझो कुछ तो गड़बड़ है.. मुख्यमंत्री जी चुनाव प्रचार भी हो गया खत्म..अब प्रदेश पर दीजिए ध्यान; हो रही छवि खराब!

जिन मुद्दों पर सत्ता में आई भाजपा, उन्हीं पर अब घिर रही भजनलाल सरकार, सोश्यल मीडिया पर इतनी ट्रोलिंग ठीक नहीं

बिजली-पानी-गर्मी  और महिला अपराध सहित कई मुद्दों पर हो रही किरकिरी, विरोधियों को बैठे-बिठाएं मिल रहे मुद्दे; अब जरूरी है हर समस्या पर एक्शन 


जयपुर। मुख्यमंत्री जी जिन मुद्दों के भरोसे आप सत्ता में आए थे वहीं मुद्दे अब आपके गले की फांस बन गए है। दरअसल, राजस्थान में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में महिला सुरक्षा और दलित उत्पीडऩ बड़े मुद्दे थे। महिलाओं के खिलाफ अपराध में प्रदेश के पहले पायदान पर होने का हवाला देकर विपक्ष में रही भाजपा ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार को घेरा और चुनाव में भी इस मुद्दे को काफी भुनाया गया। इसके साथ ही दलित उत्पीडऩ का मुद्दा भी चुनाव में चला था। अब सत्ता में आने के करीब छह महीने बाद भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार महिलाओं और दलितों के खिलाफ उत्पीडऩ के मामलों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। इसे लेकर आमजन में गुस्सा अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए सामने आ रहा है। इन मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस्तीफा मांगा जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गुरुवार को ‘भजनलाल शर्मा इस्तीफा दो’ ट्रेंडिंग में रहा। इस हैशटैग के साथ एक्स पर हजारों पोस्ट किए जा चुके हैं। 
अपराध के अलावा ट्रोलिंग का सबसे बड़ा कारण गर्मी है। राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है। तापमान में लगातार उछाल जारी है, इस बीच पानी और बिजली की किल्लत से आमजन परेशान हैं। गांवों से शहरों तक बिजली कटौती की जा रही है, जबकि प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं। इस भीषण गर्मी के दौर में भी कई शहर और कस्बे ऐसे हैं, जहां तीन-चार दिन के अंतराल से पानी की सप्लाई हो रही है, इसके चलते भी लोगों में सरकार के प्रति गुस्सा है। दरअसल, महिला अपराध के साथ ही बच्चियों से दुष्कर्म के मामले में राजस्थान के पहले पायदान पर होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष में रहते भाजपा ने कांग्रेस सरकार को कमोबेश हर दिन घेरा था। अब सत्ता में आने के छह महीने बाद भी भाजपा सरकार इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। इसका नतीजा यह है कि छह महीनों में हर दिन औसतन छह 12 बच्चियों से दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। इसे लेकर भी भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

सीएम सहित अचानक राजस्थान के दो नेता हो गए टे्रंड, सियासी माहौल भरपूर गर्म
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बाड़मेर-जैसलमेर से लोकसभा प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी गुरुवार को सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे। खासतौर से माइक्रो बॉलिंग साइट एक्स (ट्विटर) पर इन दोनों नेताओं को लेकर चर्चा परवान पर रही। सुबह से शुरू हुआ चर्चाओं का सिलसिला दोपहर बाद तक इन दोनों के नाम से चलाये जा रहे कैम्पेन्स को टॉप ट्रेंड पर ले गया। सीएम भजनलाल और निर्दलीय नेता रविंद्र सिंह के सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने का कारण उनके विरोध में उठ रही आवाज रही। दोनों नेताओं के विरोध में इनके विरोधियों ने अलग-अलग सोशल मीडिया कैंपेन चलाये और इन्हें ट्रेंड करवाया।


बिगड़ती कानून व्यवस्था और बिजली-पानी की अव्यवस्था से घिरे सीएम
राजस्थान में सत्ता संभालने के बाद भी कानून व्यवस्था पटरी पर नहीं आने से सीएम भजनलाल और उनकी सरकार निशाने पर है। कांग्रेस समेत अन्य विरोधी दल तो उन्हें लगातार घेर ही रहे हैं, अब सोशल मीडिया पर भी वे चौतरफा घिरते दिखे। प्रदेश की महिलाओं और युवतियों पर अत्याचार और अपराध के पिछले कुछ महीने के आंकड़ों को आधार मानते हुए विरोधी खेमा सरकार को चौतरफा घेर रहा है। कुछ इसी अभियान के साथ गुरुवार को एक्स प्लेटफॉर्म पर ‘भजनलालशर्माइस्तीफादो’ टॉप ट्रेंड पर रहा।


सोश्यल मीडिया पर हीट वेव से लेकर धोनी तक को भजनलाल ने पछाड़ा
राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा और लोकसभा प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के नाम से ट्रेंड करने लगे कैंपेन ने ऑल इंडिया स्तर पर जारी अन्य ट्रेंड्स को कुछ देर के लिए ही सही लेकिन पीछे छोड़ दिया। राजस्थान के नेताओं के ट्रेंडिंग कैंपेन ने स्टार क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के नाम से चल रहे ट्रेंड और प्रचंड गर्मी को लेकर चल रहे टॉप ट्रेंड्स को भी पीछे छोड़ दिया।


हाईकोर्ट ने भी दिया झटका, 59 मौतों पर हाई कोर्ट ने पूछा कड़ा सवाल
वहीं अब इस गर्मी को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट ने भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार को निर्देशित किया है कि गर्मी से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को मुआवजे की व्यवस्था की जाएं। वहीं दूसरी तरफ सरकार अभी तक मौत के आंकड़ों को छुपाती हुई नजर आ रही है। प्रदेश में अब तक 59 मौत हो चुकी है लेकिन सरकार का कहना है कि अभी तक गर्मी से एक भी मौत नहीं हुई।