विधानसभा में फिर पहुंचे ‘गद्दे’..बड़ा बवंडर तय
कांग्रेस की मांग माफी मांगे मंत्री, सत्ता पक्ष का आरोप- डोटासरा ने स्पीकर पर किया हमला; बुलाने पड़ गए मार्शल, सदन की कार्यवाही 24 फरवरी तक के लिए स्थगित
धरने पर बैठा विपक्ष, फिलहाल गतिरोध खत्म होने के आसार नहीं; हालांकि स्पीकर ने इस शब्द को हटाने की व्यवस्था दी, गोविंद सिंह डोटासरा सहित पार्टी के छह विधायक सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को कथित अशोभनीय व निंदनीय आचरण करने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित पार्टी के छह विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग द्वारा रखे गए इस आशय के प्रस्ताव के पारित होने की घोषणा की। इसके बाद सदन की कार्यवाही 24 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई। मुख्य सचेतक गर्ग ने विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा, ‘मैं निवेदन करता हूं कि प्रतिपक्ष के सदस्यों द्वारा सदन में अशोभनीय और निंदनीय आचरण किए जाने के फलस्वरूप निम्नांकित माननीय सदस्यों को मौजूदा बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया जाए।’ देवनानी ने इस प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित हुआ घोषित किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही 24 फरवरी पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उल्लेखनीय है कि मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के संदर्भ में एक ‘अनुचित’ शब्द का इस्तेमाल किए जाने पर शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। दरअसल, राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने प्रश्नकाल के दौरान कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास संबंधी सवाल का उत्तर देते समय विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, 2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी ‘दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस पर आपत्ति जताई और मंत्री से माफी मांगने एवं शब्द को कार्यवाही से हटाए जाने की मांग की। इसके बाद कांग्रेस के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी और वे आसन के सामने आ गए। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। चौथी बार शाम चार बजे जब सदन की बैठक हुई तो मुख्य सचेतक गर्ग ने विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव रखा।
विपक्ष माफी पर अड़ा, सत्ता पक्ष ने लगाए स्पीकर पर हमले के आरोप
इधर, विपक्ष जहां मंत्री अविनाश गहलोत से माफी मंगवाने की मांग पर अड़ा है। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्ष की आपत्ति पर स्पीकर ने इस शब्द को हटाने की व्यवस्था दे दी थी। इसके बाद भी विपक्ष हठधर्मिता का प्रदर्शन कर रहा है। इतना ही नहीं कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने स्पीकर पर हमला किया, जिसमें स्पीकर बाल-बाल बच गए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायकों के खिलाफ प्रस्ताव लाने का फैसला संसदीय कार्यमंत्री और पार्टी करेगी। वहीं, जूली बोले, मंत्री (अविनाश गहलोत) ने इंदिरा गांधी के लिए कहा कि वो कांग्रेस नेताओं की ‘दादी’ हैं। हम कह रहे हैं हमारी ‘दादी’ हैं, लेकिन जिस प्रकार ये शब्दों का प्रयोग करते हैं, वो गलत है। इस पर मंत्री को माफी मांगनी चाहिए।’
नेता प्रतिपक्ष जूली बोले-हम सदन में गाली खाने नहीं आते
मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इस लोकतंत्र के मंदिर में किस प्रकार से भाजपा सदन चलाना चाह रही है। हम जनता की बात कहने के लिए आते हैं। किसी की गाली खाने के लिए नहीं आते। यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी की थी। सदन में 7 फरवरी को जब गतिरोध था, तब इन्होंने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को और उन्हें खुद को गालियां दी। हम फिर भी चुप रहे। जूली ने कहा कि आज जिस प्रकार देश की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। स्पीकर इसे कार्यवाही से हटाना नहीं चाहते हैं। मंत्री इस प्रकार की बातें कर रहे हैं। यहां मंत्री जवाब तो दे नहीं पाते, उन्हें बचाने में लग जाते हैं।
सत्ता पक्ष के प्रस्ताव पर डोटासरा समेत 6 विधायक निलंबित
हंगामे के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री अविनाश गहलोत का विरोध जताया। साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत विधायक विधानसभा सचिव की टेबल तक पहुंच गए और जमकर विरोध जताने लगे। इस दौरान कांग्रेस विधायकों की मार्शल से भी बहस हो गई। इस घटना पर सत्ता पक्ष ने गहरी आपत्ति जताते हुए डोटासरा समेत कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा, हाकम अली खान, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गेसावत और संजय कुमार को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी विधायकों को बजट सत्र से निलंबित कर दिया है। इधर, निलंबन के बाद डोटासरा और टीकाराम जूली कांग्रेसी विधायकों के साथ विधानसभा में धरना देकर बैठ गए।