नाथद्वारा: नाथद्वारा वीर शिरोमणि प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप के गौरवशाली इतिहास को जीवंत करने वाले प्रताप के आदर्शों को आत्मसात कर हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप संग्रहालय की स्थापना कर डॉ मोहन लाल श्रीमाली ने क्षेत्र में हजारों परिवारों को रोजगार उपलब्ध करा क्षेत्र में पर्यटकों के लिए प्रताप के नाम जो केंद्र और राज्य सरकारे भी नहीं कर पाई।जिसे एक सामान्य शिक्षक के रूप में कर दिखाया।हल्दीघाटी के गौरवशाली इतिहास बताने गाइड के रूप में पर्यटकों को आश्वस्त करने के साथ ही क्षेत्र के प्रसिद्ध चेत्र गुलाब के उत्पाद को ऊंचाइयों तक पहुंचाया।कई सम्मान से सम्मानित डॉ श्रीमाली के निधन की सूचना पर हर कोई स्तब्ध रह गया।तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ कई सामाजिक संगठनों ने शोक जताया।दिवंगत श्रीमाली के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।श्रीमाली के निधन पर उनके पुत्र भूपेंद्र श्रीमाली ने नम ओर ग़म में अपने पिता के अंतिम दर्शन कर गहरे सदमे में परिजनों ने दुख जताया।
: