किसान रजिस्ट्री शिविरों का हुआ आगाज, हर किसान को दी जा रही 11 अंकों की एक विशिष्ट पहचान, 31 मार्च तक ग्राम पंचायतों में होगा किसान रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की अनुपालना में बुधवार से जयपुर जिले की ग्राम पंचायतों में किसान रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन किया गया। शिविरों के सफल आयोजन के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर जिला स्तरीय हेल्प डेस्क का गठन किया गया है। बुधवार को जयपुर जिले के मौजमाबाद के मोखमपुरा, किशनगढ़-रेनवाल के लुनियावास, जयपुर के सुमेल, जोबनेर के ढाणी नागान, आमेर के लबाना, सांगानेर के गोनेर, फुलेरा-सांभरलेक के हबसपुरा, जमवारामगढ़ के भानपुरा कलां, बस्सी के कानोता, कालवाड़ के बेगस, चौमूं के नांगल कलां, शाहपुरा के नायन, तुंगा के माधोगढ़, माधोराजपुरा के ढाबिच, फागी के लदाना, चाकसू के टुटोली, दूदू के सुनाडिय़ा सहित कोटखावदा और आंधी ग्राम पंचायत में शिविरों का आयोजन होगा। फार्मर रजिस्ट्री किसानों को सशक्त करने के लिए उन्हें डिजिटल रूप से सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एग्रीस्टैक योजनांतर्गत जयपुर में किसान रजिस्ट्री अभियान का आयोजन ग्राम स्तर पर 31 मार्च 2025 तक चलाया जायेगा। इसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित शिविरों में किसानों की विशिष्ट किसान आईडी बनाई जा रही है। शिविर में किसान आईडी तैयार करने के साथ साथ प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना, मुख्यमंत्री आरोग्य आयुष्मान योजना, किसान क्रेडिट कार्ड मंगला पशु बीमा योजना, पशु टीकाकरण, पशु चिकित्सा एवं उपचार सहित पशुपालन विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सहित अन्य विभागों की योजनाओं से भी किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत प्रत्येक किसान को विशिष्ट फार्मर आईडी 11 अंकों की प्रदान की जा रही है। किसानों द्वारा आईडी बनवाने के लिये आधार कार्ड, जमाबंदी, मोबाईल नम्बर की जरूरत होगी। भविष्य में किसानों को सरकारी योजनाओं व सेवाओं तक आसान पहुंच करने, प्रधानमंत्री किसान/मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, कृषि विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिये फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से प्राप्त आईडी उपयोगी होगी।
बेहद सरल है फार्मर आईडी बनवाने की प्रक्रिया
शिविर कार्यक्रमानुसार बुधवार से राज्य में सभी ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर शिविर प्रारम्भ हो गए है। कृषि भूमि से संबंधित ग्राम पंचायत के शिविर में जाकर फार्मर आईडी बनवा सकते है। फार्मर आईडी बनाने के लिए किसान को महज अपना आधार कार्ड, आधार से लिंक्ड मोबाइल नम्बर वाला फोन और नवीनतम जमाबंदी लेकर शिविर में आना होगा। अपनी ग्राम पंचायत में शिविर कार्यक्रम की जानकारी आधिकारिक पोर्टल पर जाकर प्राप्त की जा सकती है।
हर किसान को मिल रही 11 अंकों की एक विशिष्ट पहचान
किसान रजिस्ट्री, एग्रीस्टैक परियोजना के तहत कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की एक पहल है। कृषक विवरण (कृषक का जनसांख्यिकीय विवरण, उसके द्वारा धारित कृषि भूमि का विवरण, प्रत्येक कृषि भूखण्ड के जीपीएस निर्देशांक, उस पर बोई गई फसलों का विवरण आदि) को डिजिटल इन्फास्ट्रक्चर में संकलित किया जाकर, प्रदेश के प्रत्येक किसान को ’आधार’ आधारित एक 11 अंकों की एक यूनिक आईडी (विशिष्ट किसान आईडी) आवंटित की जाएगी, जिससे किसान डिजिटल रूप से अपनी पहचान प्रमाणित कर सकेंगे।
ग्राम पंचायत सुनाडिया में पहले दिन हुआ 181 काश्तकारों को रजिस्ट्रेशन
सुनाडिया। ग्राम पंचायत में किसान रजिस्ट्री शिविर का आयोजन शिविर प्रभारी एडीएम गोपाल परिहार के सान्निध्य में किया गया। इस दौरान एसडीएम योगेश सिंह देवल, तहसीलदार मदन परिहार एवं चिकित्सा विभाग, पशुपालन विभाग, पंचायती राज विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। शिविर में 181 काश्तकारों का पंजीकरण किया गया। पशुपालन विभाग एवं चिकित्सा विभाग द्वारा लगभग 300 लोगों को लाभांवित किया गया। इस दौरान 3 दिव्यांग रजिस्ट्रेशन हुए तथा 2 पट्टे जारी किए गए। साथ ही 10 लाभार्थियों के पेंशन सत्यापन के कार्य हुए।