30 दिनों से अधिक लंबित प्रकरणों पर देना होगा जवाब..अतिरिक्त जिला कलक्टर ने जिम्मेदारों को दिए सीधे निर्देश

लंबित प्रकरणों के संबंध में अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित, विभागवार लंबित परिवादों की समीक्षा कर निस्तारण के दिए गए निर्देश, परिवादों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए किया निर्देशित

दूदू। संपर्क पोर्टल एवं जनसुनवाई से संबंधित लंबित प्रकरणों के संबंध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक का आयोजन शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर गोपाल परिहार की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट में हुआ। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने विभिन्न जिला स्तरीय विभागों द्वारा परिवादों के निस्तारण में लगने वाले औसत समय, संपर्क पोर्टल पर 30 दिवस से अधिक लंबित परिवादों के निस्तारण तथा जनसुनवाई के लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की। 
उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को परिवादों के निस्तारण में लगने वाले औसत समय में कमी लाने,संपर्क पोर्टल पर लंबित परिवादों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने सांख्यिकी, शिक्षा,सूचना प्रौद्योगिकी, विद्युत, नगर परिषद, चिकित्सा, पंचायती राज, राजस्व एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों  को उनके विभाग से संबंधित 30 दिवस से अधिक समय के लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को जनसुनवाई व उप मुख्यमंत्री जनसुविधा केंद्र से संबंधित लंबित प्रकरणों का भी त्वरित रूप से निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने अवगत कराया कि परिवादों के औसत निस्तारण समय व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की प्रगति में जिले के प्रदर्शन में सुधार हुआ है और इस कार्य की मुख्य सचिव ने भी सराहना की है। उन्होंने सभी अधिकारियों को लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 

लंबित प्रकरणों के संबंध में अधिकारियों को जारी किए जाएंगे नोटिस
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने 30 दिवस से अधिक लंबित प्रकरणों के संबंध में संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता गुरुशरण वर्मा, जिला रसद अधिकारी सौरभ जैन, सहकारिता विभाग के सहायक रजिस्ट्रार रोहित जैन, दूदू तहसीलदार मदन परमार, जिला कोषाधिकारी गोपालकृष्ण, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के एसीपी अनिल मेघवंशी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बनवारी चौधरी, सहायक विकास अधिकारी बाबूलाल मीणा सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी व कार्मिक मौजूद रहे।