पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की 24वीं पुण्यतिथि पर हुआ सर्वधर्म प्रार्थना और पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित, 8 सांसद, 25 विधायक और दर्जनों बड़े नेता रहे मौजूद
दौसा। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. राजेश पायलट पुण्यतिथि के अवसर पर दौसा में सर्व धर्म सभा हुई। इस धर्म सभा में दिवंगत किसान नेता स्व. राजेश पायलट को श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि कांग्रेस के तमाम सांसद और दो दर्जन विधायक और तीन दर्जन पूर्व विधायक-मंत्री शामिल हुए। विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 के बाद यह पहला मौका है जब कांग्रेस के नेता इतनी बड़ी संख्या में किसी कार्यक्रम में मौजूद रहे। बता दें कि 11 जून 2000 को दौसा में हुए एक सडक़ हादसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट का निधन हो गया था। हर साल 11 जून को उनकी स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन होता है। खास बात ये रही कि कांग्रेस के सभी आठों सांसद इस कार्यक्रम में मौजूद थे। इसके अलावा गहलोत खेमे के भी कई नेता पायलट के साथ दिखे। कांग्रेस के आठों सांसदों का राजेश पायलट की पुण्यतिथि के प्रोग्राम में पहुंचने के सियासी मायने हैं। इस कार्यक्रम में गहलोत खेमे में रहे कई नेता भी पहुंचे। इसे बदले हुए सियासी समीकरणों से जोडक़र देखा जा रहा है। पांच सांसद पायलट खेमे के जीतकर आए हैं। राजस्थान कांग्रेस की सियासत में अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमों के बीच शुरू से खींचतान चलती रही है। आगे भी इन खेमों की सियासत ही नरेटिव तय करेगी। इसके अलावा गहलोते खेमे में रहे परसराम मोरदिया भी इस कार्यक्रम में थे। सचिन पायलट खेमे को हरीश चौधरी का भी साथ मिला है। दोनों के साथ आने से नए सियासी समीकरण भी बन रहे हैं। दरअसल, हरीश चौधरी और अशोक गहलोत के बीच सरकार के वक्त से ही खींचतान थी। हरीश चौधरी ने कई मुद्दों पर गहलोत के खिलाफ बयान दिए। अब भी कई मुद्दों पर मतभेद हैं।
पायलट बोले- कार्यकर्ता मेहनत नहीं करते तो सफलता नहीं मिलती
कार्यक्रम के बाद पायलट ने मीडिया से बातचीत की। पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस की वापसी के सवाल पर कहा- जो भी लोग चुनाव जीते हैं, वह पार्टी के सिंबल पर जीतकर आए हैं। पार्टी ने उन्हें मौका दिया था। चुनाव में जीत का श्रेय नेताओं के साथ विशेष तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को जाता है। यदि कार्यकर्ता बूथ पर मेहनत नहीं करते तो हमें सफलता नहीं मिलती। सबके सहयोग और सामूहिक नेतृत्व की मेहनत से ही जीते हैं। जहां हम चुनाव हारे हैं, वहां अगली बार ज्यादा मेहनत करेंगे।
कांग्रेस के आठों सांसद सर्वधर्म प्रार्थना में पहुंचे
झुंझूनूं सांसद बृजेन्द्र ओला, दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा, टोंक-सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीना, करौली-धौलपुर सांसद भजनलाल जाटव, भरतपुर सांसद संजना जाटव, चूरू सांसद राहुल कस्वां, गंगानगर सांसद कुलदीप इन्दौरा और बाड़मेर विधायक उम्मेदाराम बेनीवाल सर्वधर्म प्रार्थना सभा में पहुंचे।
ये विधायक रहे कार्यक्रम में मौजूद
बायतू विधायक हरीश चौधरी, दांतारामगढ़ विधायक वीरेन्द्र सिंह, नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी, तारानगर विधायक नरेन्द्र बुढानिया, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, परबतसर विधायक रामनिवास गावडिय़ा, किशनपोल विधायक अमीन कागजी, राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा, कुशलगढ़ विधायक रमिला खडिय़ा, मंडावा विधायक रीटा चौधरी, रामगढ़ विधायक जुबेर खान, रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी, डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा, सरदारशहर विधायक अनिल शर्मा, फुलेरा विधायक विद्याधर चौधरी, हिंडौन विधायक अनिता जाटव, शाहपुरा विधायक मनीष यादव, मुंडावर ललित यादव, किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधायक मांगीलाल मीणा, खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर, बसेड़ी विधायक संजय जाटव, श्रीकरणपुर विधायक रूपिन्द्र सिंह कुन्नर, संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया शामिल हुए।
बड़ी संख्या में कई पूर्व मंत्री और पूर्व विधायकों ने दर्ज करवाई हाजिरी
इसके अलावा हेमाराम चौधरी, परसराम मोरदिया, बृजकिशोर शर्मा, प्रताप सिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, जाहिदा खान, नसीम अख्तर, कृष्णा पूनिया, जोगेन्द्र अवाना, धीरज गुर्जर, महेश शर्मा, संदीप यादव, वाजिब अली, लाखन मीणा, गफूर अहमद, मदनगोपाल मेघवाल, गंगा देवी, जी.आर. खटाणा, पी.आर. मीणा, प्रशांत बैरवा, वेदप्रकाश सोलंकी, कैलाश मीणा, राकेश पारीक, ओमप्रकाश हुड़ला, अमरसिंह जाटव, प्रकाश बैरवा, कमल बैरवा, महेन्द्र मीणा, रामचन्द्र रावत, रामस्वरूप कसाना, इन्द्राज गुर्जर, दिलीप चौधरी, प्रकाश चौधरी, दाताराम गुर्जर, राजेन्द्र गंडूरा, अशोक तंवर के साथ ही कई सांसद प्रत्याशी और अन्य नेता मौजूद रहे।