शिरोमणि अकाली दल की हार से पंथ कमजोर नहीं बल्कि मजबूत होगा - सीएम मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के स्वयंसेवकों से मुलाकात कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भगवंत मान आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे हैं.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के स्वयंसेवकों से मुलाकात कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भगवंत मान आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे हैं. पार्टी सांसद और घोषित उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू और जालंधर से विधायक शीतल अंगुराल के पार्टी बदलने से प्रदेश के वालंटियरों में निराशा फैल गई है। इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद राज्य की कमान संभाल ली है.मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मोगा पहुंचे संदीप पाठक ने स्वयंसेवकों को रविवार 7 अप्रैल को खटकड़ कल पहुंचने का निमंत्रण दिया है। साथ ही स्वयंसेवकों को दो महीने तक सभी मतभेद भुलाकर 2022 के विधानसभा चुनाव की तरह जीत के लिए काम करने का सुझाव दिया. सीएम भगवंत मान ने आगे कहा कि शिरोमणि अकाली दल की हार से पंथ कमजोर नहीं बल्कि मजबूत होगा.

 भगवंत मान की पार्टी पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ने के साथ  92 सीटें जीतने के बाद 2022 में यह पहला चुनाव है जिसमे आम आदमी पार्टी एक बार फिर परीक्षण के दौर से गुजरेगी| इन चुनावों के नतीजों का असर आने वाले निगम चुनावों पर भी पड़ेगा,जो अभी पिछ्ले  डेढ़ साल से लंबित हैं.अब सीएम मान एक बार फिर 
मुख्यमंत्री एक ही दिन में दो स्वयंसेवकों से मिल रहे हैं. आज जालंधर में वालंटियर मीटिंग हुई. मोगा में मालवा से जुड़े स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया तो जालंधर में दोआबा क्षेत्र के नेताओं की बैठक हुई. इसमें ग्राम स्तर के नेता भी शामिल थे.