जोधपुर@ शहर की आधी जनता आज अपनी स्थानीय सरकार चुनने के लिए मतदान कर रही है। नगर निगम उत्तर के 80 वार्डों में सुबह साढ़े सात बजे से मतदान शुरू हो गया। सभी स्थान पर शांतिपूर्वक मतदान चल रहा है। कई मतदान केन्द्रों पर निर्धारित समय से पहले ही मतदाता कतारों में खड़े नजर आए, वहीं कई स्थान पर कर्मचारी मतदाताओं के इंतजार में बैठे दिखे। 11 बजे तक करीब 21 फीसदी यानि 80,567 मतदाता अपना मतदान कर चुके है। पहले चरण में उत्तर निगम में शाम साढ़े पांच बजे तक मतदान होगा। यहां 80 वार्डों में मैदान में डटे 296 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 3.88 लाख मतदाता करेंगे। मतदान के लिए कुल 624 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए है। जिन बूथों पर कोविड मरीज वोट डालेंगे, वहां अलग से मतदान की तैयारी की गई हैं। वहीं प्रशासन ने छह आदर्श बूथ भी बनाए हैं, जहां मास्क व सैनेटाइजर की व्यवस्था हैं।
कोरोना ने बदला नजारा
मतदान केन्द्रों पर कोरोना के कारण इस बार चुनावी नजारा पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। मतदान कर्मचारी ही नहीं मतदाता तक अत्यधिक सतर्कता बरत रहे है। मतदान केन्द्रों पर आने वाले मतदाताओं के हाथ सैनेटाइज कराए जा रहे है। वहीं मास्क की अनिवार्यता के साथ ही सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कतार में खड़ा कराया जा रहा है।
बीएलओ के पास पर्ची बनवाने का जिम्मा नहीं, वोटर्स को परेशानी
मतदान केंद्रों पर इस बार पर्ची बनवाने का जिम्मा बीएलओ को नहीं दिया गया है। अगर कोई मतदाता पर्ची लाना भूल जाता है तो बीएलओ हाथों हाथ मतदाता सूची में उसका नाम और फ़ोटो का मिलान करके पर्ची बनाकर दे देते थे। उस आधार पर मतदाता आसानी से वोट दे दे पाते थे। इससे मतदान प्रतिशत बढ़ने में भी फायदा हुआ था। लेकिन निगम चुनाव में इस बार ऐसी कोई व्यवस्था नहीं रखी गई है। इससे जो मतदाता पर्ची साथ नहीं ला पाए या उन्हें पर्ची मिली ही नहीं है, उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि राजनीतिक दल मैन्युअली पर्ची बना रहे है। लेकिन एक ही परिसर में 5 से ज्यादा बूथ होने की वजह से कंफ्यूजन हो रहा है। पर्ची बनवाने में ही काफी देर तक इंतजार करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि कोरोना महामारी की वजह से पर्ची की व्यवस्था ख़त्म की गई है।