ग्रेटर निगम से भाजपा ने संघ की करीबी सौम्या गुर्जर को प्रत्याशी बनाया, हैरिटेज से बागी कुसुम यादव पर पार्टी ने खेला दांव

जयपुर@ जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हरिटैज से भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपने-अपने मेयर उम्मीदवार उतार दिए हैं। कांग्रेस ने ग्रेटर से दिव्या सिंह और हैरिटेज से मुनेश गुर्जर को उतारा है। वहीं भाजपा ने ग्रेटर से सौम्या गुर्जर और हैरिटेज से पार्टी से बगावत करके चुनाव लड़ी कुसुम यादव को प्रत्याशी बनाया है। सौम्या गुर्जर को संघ का करीबी माना जाता है। वहीं, कुसुम जयपुर हैरिटेज के इलाके में एक जाना पहचाना चेहरा है। सभी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भर दिए हैं।

इससे पहले गुरुवार सुबह भाजपा मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारियों की हुई बैठक में इन दोनों का नाम फाइनल किया गया। इस बैठक में भाजपा के सहसंगठन मंत्री वी. सतीश, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, अर्जुनराम मेघवाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे हैं।

सौम्या गुर्जर का मेयर बनना तय

सौम्या गुर्जर की बात करें तो वह नगर निगम ग्रेटर के वार्ड 87 से कांग्रेस प्रत्याशी पिंकी यादव को 1012 वोटों से हराकर पार्षद का चुनाव जीती है। भाजपा के पास ग्रेटर में 88 सीटे हैं जो बहुमत से 12 अधिक है। ऐसे में सौम्या का जयपुर ग्रेटर में मेयर बनना लगभग तय है। सौम्या को पहले वसुंधरा राजे गुट का माना जाता था, लेकिन अब पिछले कुछ समय से लगातार संघ के संपर्क में है।

भाजपा से बागी होकर कुसुम ने लड़ा था चुनाव

वहीं हैरिटेज प्रत्याशी कुसुम यादव की बात करें तो वह वार्ड-74 से कांग्रेस प्रत्याशी फोरन्ता यादव को 239 वोटों से हराकर चुनाव जीतीं हैं। भाजपा की तरफ से इस वार्ड में मुन्नी शर्मा को टिकट दिया था, जो तीसरे नंबर पर रहीं थी। इसके बाद कुसुम यादव ने भाजपा से बगावत करते निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हैरिटेज में भाजपा के पास 100 में से 42 सीटें है, जबकि 11 निर्दलीय हैं। इसमें एक कुसुम यादव हैं। ऐसे में यहां भाजपा को जीत हासिल करना आसान नहीं होगा, क्योंकि 11 निर्दलीयों में से 8 मुस्लिम पार्षद कांग्रेस के पाले में हैं।

पहले विवादों में रह चुकी हैं सौम्या

सौम्या गुर्जर एमए, पीएचडी हैं। वह राज्य महिला आयोग में सदस्य भी रह चुकी हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के 2013 से 2018 के कार्यकाल के दौरान महिला आयोग की सदस्य रहते हुए सौम्या विवादों में आ गई थी और उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वह एक रेप पीड़िता के साथ सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर डालने के बाद वह विवादों में आई थीं। इसके अलावा उनके पति राजाराम गुर्जर करौली जिले की नगर परिषद के सभापति भी रह चुके हैं।

जयपुर चारदीवारी में कुसुम जाना-पहचाना चेहरा

हैरिटेज प्रत्याशी कुसुम यादव की बात करें तो पोस्ट ग्रेजुएट हैं। जयपुर चारदीवारी क्षेत्र में कुसुम एक जाना-पहचाना चेहरा है। वह पिछले नगर निगम बोर्ड में पार्षद और सांस्कृतिक समिति एवं महिला उत्थान समिति की चैयरमेन भी रह चुकी हैं। उनके पति अजय यादव भी साल 2009 से 2014 तक नगर निगम जयपुर में पार्षद और यूडी टैक्स समिति के चैयरमेन रह चुके हैं। बागी होकर चुनाव लड़ने के कारण कुसुम को पार्टी ने निष्कासित भी कर दिया था, लेकिन आज उन्हें फिर से भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई।

हैरिटेज में निर्दलीय हैं निर्णायक

बहुमत की बात करें तो ग्रेटर 150 सीटों में से भाजपा के पास 88, कांग्रेस के पास 49 सीटें है, जबकि 13 निर्दलीय पार्षद है। इसी तरह हैरिटेज की 100 सीटों में से भाजपा के पास 42 , कांग्रेस के पास 47 और निर्दलीय 11 हैं।

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