टोंक@ सुप्रीम कोर्ट के बजरी खनन पर रोक के आदेशों व प्रशासन की तमाम कार्रवाई के बावजूद बनास नदी में बजरी माफिया अवैध खनन करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता है। वहीं अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए टोंक एसपी के विशेष निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक चंद सिंह रावत बीती रात दो बजे बाद सैकड़ों पुलिसकर्मियों के जाब्ता लेकर पहुंच गए और खनन में लिप्त वाहनों के जब्ती की कार्रवाई की।
भारी पुलिस बल को देखकर भाग खड़े हुए पुलिस की इस कार्रवाई से बजरी माफियाओं में हड़कंप मच गया। कार्रवाई का विरोध करने का प्रयास करा ही था कि भारी पुलिस लवाजमे को आता देख घबरा गए और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। डीएसपी रावत ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की है। बीती देर रात बनास नदी से सटे गांव सरवराबद और सईदाबाद में अवैध बजरी खनन करते करीब 40 ट्रैक्टर ट्रॉलियां, आधा दर्जन से ज्यादा मोटरसाइकिलें सहित बजरी खनन से जुड़े कई उपकरण जब्त किए हैं। कार्रवाई के दौरान सदर, कोतवाली, पुरानी टोंक थाना व विभिन्न थानों के करीब 100 पुलिसकर्मी सहित आरएसी के सशस्त्र जवान मौजूद थे। नदी किनारे जाकर पुलिस का विरोध करने लगे, लेकिन आरएसी के सशस्त्र जवानों को देख घबरा गए और भाग गए। सूचना पर टोंक तहसीलदार व खनिज विभाग के भी कई अफसर बनास नदी पहुंचे व अग्रिम कार्रवाई की।
नदी के रास्तों में वाहन फंसने से करनी पड़ी मशक्कत
इस कार्रवाई के दौरान बनास नदी में टोंक सर्किल ऑफिसर चन्द्र सिंह रावत की गाड़ी भी फंस गई। जिस पर उन्होंने पैदल दौड़कर ही खनन माफियाओं का पीछा करने की कोशिश भी की। मगर बजरी खनन माफिया अपने वाहनों को वहीं छोड़कर फरार हो गए। पुलिस का रास्ता रोकने के लिए माफियाओं ने रास्ते में बजरी डाल कर ब्लॉक करने का प्रयास किया। फिर भी पुलिस नदी के कच्चे रास्तों के सहारे खनन स्थल तक पहुंच गई।