जरनैल सिंह भिंडरांवाले कभी पंजाब के प्रमुख सिख संतों में से एक थे. लेकिन उन्होंने पंजाब को पाकिस्तान के सहारे भारत देश से अलग करने के लिए हथियार उठा लिये थे. यही नहीं, उन्होंने दमदमी टकसाल पर कब्जे के बाद अकाल तख्त पर कब्जा जमा लिया था.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने संगरूर लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में जीत दर्ज करने वाले सिमरन जीत सिंह मान से अपील की है कि वो पंजाब की एकता को बनाए रखें, उसे बिखरने न दें. अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने नवनिर्वाचित सांसद से कहा है कि अगर पंजाब बिखर जाएगा, तो पूरा राज्य बिखर जाएगा. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग सिमरनजीस सिंह मान के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें मान ने अपनी जीत के बाद अलगाववादी आतंकवादी रहे जरनैल सिंह भिंडरांवाले को न सिर्फ संत कहा था, बल्कि अपनी जीत के लिए जरनैल के दिखाए रास्ते को भी अहम वजह बताया था.
संगरूर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष और 1999 के बाद पहली चुनावी जीत दर्ज करने वाले सिमरनजीत सिंह मान ने कहा था कि ये जीत हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं की जीत है. ये जीत हमें 'संत जरनैल सिंह भिंडरांवाले की शिक्षाओं के चलते मिली'. बता दें कि जरनैल सिंह भिंडरांवाले कभी पंजाब के प्रमुख सिख संतों में से एक थे. लेकिन उन्होंने पंजाब को पाकिस्तान के सहारे भारत देश से अलग करने के लिए हथियार उठा लिये थे. यही नहीं, उन्होंने दमदमी टकसाल पर कब्जे के बाद अकाल तख्त पर कब्जा जमा लिया था. ऐसे में उनसे स्वर्ण मंदिर को आजाद कराने के लिए सेना को ऑपरेशन ब्लू स्टार जैसा कदम उठाना पड़ा था. इसके बाद पूरा पंजाब अलगाववाद की आग में जल उठा था. हालांकि ऑपरेशन ब्लू स्टार में भिंडरांवाले समेत तमाम खालिस्तानियों को सेना ने मार गिराया था और गुरुद्वारे को मुक्त लगा लिया था.