पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार और बीजेपी,आरएसएस पर देश के इतिहास को बदलकर सांप्रदायिकता वाला इतिहास बनाने का आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा ये लोग (बीजेपी,आरएसएस) नया सांप्रदायिकता से भरा इतिहास रचना चाहते हैं। ये इतिहास की बातें भुलाने के लिए देश लिए जवाहरलालन नेहरू तक को नहीं छोड़ रहे। नेहरू के बारे में ऐसी गंदी और घटिया बातें लिखते हैं। इनकी मंशा खतरनाक है। ये भारी गलती कर रहे हैं, देश के इतिहास को भुला रहे हैं। गहलोत जयपुर में जवाहर बाल मंच के कार्यक्रम में बोल रहे थे।
गहलोत ने कहा- इतिहास की आलोचना करने से क्या हासिल होता है। ये कभी नहीं कहते कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए जान दे दी। जो इतिहास को भुलाते हैं, वे खुद कभी इतिहास नहीं बना पाते। सत्ता में आज जो बैठे हैं वे लोग वो गलतियां कर रहे हैं जो सोच नहीं सकते। केंद्र की सत्ता में बैठे लोगों ने देश की आजादी के आंदोलन में अपनी उंगली तक नहीं कटाई। महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, तिलगहलोत ने कहा- राहुल गांधी आज जो बात बोल रहे हैं चाहे वोट चोरी की बात हो या संविधान बनाने की बात हो, उसके पीछे के कारणों और मंशा को समझने की जरूरत है। संविधान बचाने की बात कहने के पीछे मंशा क्या है, नौबत क्यों आई, यह सोचना होगा। वो लगातार संविधान बचाओ की बात कह रहे हैं। इसका मतलब है संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। धर्मनिरपेक्षता खतरे में है। समाजवाद की तो सत्ता में बैठे लोग बात ही नहीं करेंगे क्योंकि ये पूंजीपतियों के पक्षधर हैं।
 
                     
                                                                            
                                     
                                                                            
                                     
                                                                            
                                     
                                                                            
                                     
            						            						 
            						            						 
            						            						 
													
							 
													
							 
													
							 
													
							 
													
							