डबल इंजन की सरकार से ‘डबल रफ्तार से काम’.. रंग लाए सीएम भजनलाल शर्मा के प्रयास..अब ‘राजस्थान में खत्म होगा बिजली संकट’!

प्रदेश को मिली बड़ी राहत, केंद्र सरकार ने किया राज्य को 400 मेगावाट अनावंटित बिजली देने का फैसला, कल से ही शुरू हो जाएगी आपूर्ती


केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण को पत्र लिखकर दक्षिण एवं पश्चिम रीजन के अनावंटित पूल से 200-200 मेगावाट बिजली 24 घंटे उपलब्ध कराने के लिए किया निर्देशित


जयपुर। भीषण गर्मी के बीच बिजली की समस्या से परेशान राजस्थान के लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। अब राज्य को 400 मेगावाट बिजली और मिलेगी। केंद्रीय मंत्रालय ने गर्मी को देखते हुए राजस्थान को 400 मेगावाट अनावंटित बिजली देने का फैसला लिया है। बिजली की आपूर्ति 26 जून यानि कल से ही से शुरू होगी। सरकार के इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बीते दिनों केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल से प्रदेश में बिजली की निर्बाध आपूर्ति के मुद्दे को लेकर मुलाकात की थी। अब केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान को 400 मेगावाट अनावंटित बिजली देने का फैसला किया है। सरकार ने राजस्थान को 2 रीजनल पूल से अनावंटित बिजली का कोटा देने निर्णय किया है। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने 24 जून, 2024 को केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण को पत्र लिखकर राजस्थान को दक्षिण एवं पश्चिम रीजन के अनावंटित पूल से 200-200 मेगावाट (कुल 400 मेगावाट) बिजली 24 घंटे उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है। इस अनावंटित बिजली की आपूर्ति 26 जून से प्रारंभ हो जाएगी।

दक्षिण एवं पश्चिम रीजन के अनावंटित पूल से राजस्थान को मिलेगी 400 मेगावाट बिजली
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन एवं बिजली की आपूर्ति के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। गत दिनों राजस्थान को छत्तीसगढ़ में फंसा 4 लाख मीट्रिक टन (लगभग 100 रैक्स) कोयले की आपूर्ति का निर्णय भी हुआ था। इस कोयले से प्रदेश के पावर प्लांट्स में कोयले के भंडार बढ़ेंगे और आमजन को पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो सकेगी। केंद्र सरकार के फैसले के बाद भजनलाल शर्मा ने एक्स पर लिखा, ‘नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार 3.0 के विद्युत मंत्रालय द्वारा केंद्रीय उत्पादन केंद्रों के अनावंटित संग्रह से राजस्थान के लिए 400 मेगावाट बिजली का आवंटन किया जाना अभिनंदनीय है। विद्युत शक्ति विकास का आधार है और डबल इंजन सरकार राजस्थान में निर्बाध विद्युत की आपूर्ति कर विकास के इस आधार को सतत मजबूती प्रदान कर रही है।’

हाल ही में छत्तीसगढ़ से सील कोयला मिलने पर बनी थी सहमति, 
कोयले की कमी और बिजली के आपूर्ति में कमी की चिंता दूर करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सक्रिय प्रयासों से छत्तीसगढ़ में फंसा 4 लाख मीट्रिक टन (लगभग 100 रेक) कोयला अब राजस्थान को मिलेगा। इस कोयले से प्रदेश के पावर प्लांट्स में कोयले के भंडार बढ़ेंगे और आमजन को पर्याप्त बिजली उपलब्ध हो सकेगी। राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम ने छत्तीसगढ़ के कोरबा में आर्यन कोल बेनिफिकेशन इंडिया लिमिटेड (एसीबीईएल) को एसईसीएल की माइन से सूरतगढ़ और छबड़ा थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयले के सप्लाई का 5 वर्ष के लिए आदेश दिया था। लेकिन जुलाई 2022 में छत्तीसगढ़ के राज्य कर (जीएसटी) विभाग, खनिज विभाग, राजस्व विभाग और पर्यावरण विभाग की संयुक्त कार्यवाही के कारण एसीबीईएल की वाशरीज को सील कर दिया गया।