अब नो इफ और नो बट..मुख्यमंत्री भजनलाल ही बॉस

राइजिंग राजस्थान के साथ ‘राइज हुए सीएम’..4 दिनों में किया कमाल; पिक्चर अभी बाकी है!

राजधानी में हुए ऐतिहासिक आयोजन ने बदल दी राजस्थान की राजनीति की आबोहवा, कई महीनों की मेहनत और शानदार प्रबंधन ने दिलवाई ग्लोबल पहचान

खुद प्रधानमंत्री ने लगा दी सरकार के कामकाज पर मुहर, अब प्रदेश के विकास को मिलेगी डबल इंजन से भी दुगनी रफ्तार, बदलती दी रही राजस्थान की तस्वीर
 

जयपुर। महज 4 दिनों के भीतर ही राजस्थान की राजनीतिक आबो-हवा बदल गई है। शुरूआत 9 दिसंबर को उस समय हुई जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट कर उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में पीएम के भाषण के इस हिस्से पर गौर कीजिए, उन्होंने कहा, ‘बहुत ही कम समय में भजनलाल और उनकी टीम ने शानदार काम करके दिखाया है। भजनलाल जिस कुशलता और प्रतिबद्धता के साथ राजस्थान के तेज विकास में जुटे हैं, वो प्रशंसनीय है।’ पीएम के इन शब्दों के साथ ही राजस्थान की राजनीति में अस्थिरता की उम्मीद लगाए बैठे उन चेहरों का नूर हमेशा के लिए खो गया है, जो पिछले करीब एक साल से प्रदेश की राजनीतिक जमीन में अपनी संभावित भूमिकाओं की तलाश कर रहे थे। राजस्थान के इतिहास की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट समिट के सफल आयोजन और पीएम मोदी के शब्दों ने तमाम कयासों पर विराम लगा दिया है और साफ संकेत दे दिए हैं कि राजस्थान के बॉस भजनलाल शर्मा ही हैं और वो ही रहेंगे, कल्पनाओं के घोड़ों को दौड़ाना बंद करना होगा।
दरअसल, पिछले एक साल में सूबे के सीएम भजनलाल शर्मा की प्रशासनिक क्षमताओं पर पार्टी के भीतर और बाहर उनके विरोधी लगातार सवाल उठाते रहे। लेकिन साल बीतते-बीतते उन्होंने बता दिया कि सिर्फ बयान देना उनका काम नहीं है। इस इन्वेस्टमेंट समिट के साथ ही भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के विकास का एक नया खाका खींचा है और साथ ही ये कहकर कि ठीक एक साल बाद अपना रिपोर्ट कार्ड भी देंगे, उन्होंने बता दिया है कि ये समिट सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं रहने वाला है। इसे धरातल पर उतारने का विजन और प्लान भी उनके पास है।

हो गया स्पष्ट; भजनलाल सरकार को हर कदम पर मिलेगा केंद्र का साथ
समिट की शुरूआत से पहले ही करीब 35 लाख करोड़ के एमओयू राजस्थान सरकार कर चुकी थी, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। ऐसे में विरोधियों ने पिछली सरकारों के इन्वेस्टमेंट समिट के परिणामों का हवाला देकर सीएम की कोशिशों पर एक तरह से ब्रेक लगाने की कोशिश की। लेकिन इस कोशिशों पर पीएम नरेंद्र मोदी पानी फेर गए। जिस तरह से पीएम और केंद्रीय मंत्रियों ने इस पूरे समिट में हर कदम पर सीएम भजनलाल शर्मा और उनकी टीम की मेहनत को प्रशंसा की और सफलता का रोड मैप दिखाने की कोशिश की। उससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगले एक साल तक केंद्र सरकार भजनालाल शर्मा की हर पहल को अमलीजामा पहनाने में पूरी मदद करने वाली है। इस आयोजन में जिस तरह से केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति रही, वो ही अपने आप में ये बताने के लिए काफी है कि होमवर्क पूरा है। 

चेहरे पर दिखा सफलता का आत्मविश्वास, सफल हुई मेहनत 
समिट के समापन समारोह के दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि हम ठीक एक साल बाद अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे कि इस समिट के बाद धरातल पर क्या हुआ। इन शब्दों में उनका आत्मविश्वास झलकता है और इसके पीछे अहम कारण है, पिछले करीब तीन महीनों में की गई उनकी मेहनत। जिस तरह से इस समिट को सफल बनाने के लिए भजनलाल शर्मा ने फ्रंटफुट पर काम किया, वो काबिले तारीफ है। वो इसे लेकर केंद्र के साथ भी सतत संपर्क में रहे और यही कारण है कि केंद्रीय एजेंसी और विभिन्न मंत्रालयों के साथ पूरा समन्वय दिखाई दिया, जो समिट को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।