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पृथ्वी के स्वर्ग पर फिर बजी खतरे की घंटी  - कंचन पाठक लेखिका, स्तंभकार

पृथ्वी के स्वर्ग पर फिर बजी खतरे की घंटी - कंचन पाठक लेखिका, स्तंभकार

बहुत धीरे-धीरे अब जाकर कश्मीर ने सामान्य साँसें लेनी शुरू हीं की थी कि पहलगाम में फिर से यह सब शुरू होना बहुत बड़े खतरे की ओर ईशारा है. कश्मीर जो लंबे समय से आतंकवादी खून खराबों से बेहाल और बदहाल...