-बांसवाड़ा

यह है बांसवाड़ा का अनूठा मातारानी 64 जौगनिया धाम..यहां अंधे को मिलती है रोशनी; बांझ की खिलती है गोद!

यह है बांसवाड़ा का अनूठा मातारानी 64 जौगनिया धाम..यहां अंधे को मिलती है रोशनी; बांझ की खिलती है गोद!

महाभारतकालीन घोटीया आंबा में श्रद्धा भक्ति और आस्था का संचार,  शताब्दियों बाद जागा शक्ति का प्रताप, कई राज्यों से आते है लाखों श्रद्धालु; होती है सभी की मन्नतें पूरी