जयपुर@ हाउसिंग बोर्ड की स्वरोजगार के लिए लॉंच की गई अपनी दुकान-अपना व्यवसाय योजना में लोगों को भारी उत्साह देखने को मिला। इस योजना में पहले बुधवार को ही 1681 व्यावसायिक संपत्तियों में से 185 सम्पत्तियां बिक गईं, जिससे बोर्ड को 26.57 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। इसके साथ ही बुधवार नीलामी उत्सव के तहत 101 संपतियां बिकने से बोर्ड को 14.25 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने बताया कि लोगों का इस योजना में उत्साह यहां तक है कि वो किसी भी कीमत पर प्राइम लोकेशन पर स्थित इन व्यावसायिक संपत्तियों को छोड़ना नहीं चाहते। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा एक सप्ताह पहले ही 29 सितंबर, को यह योजना लॉन्च की थी।
सरकार ने किया प्रमोशन, जनता का मिला समर्थन-
योजना में जयपुर वृत्त प्रथम में 26.7 लाख रु. मूल्य की 3 संपत्तियां और वृत्त द्वितीय में 27.76 लाख मूल्य की 2 संपत्ति बिकीं। जोधपुर वृत्त प्रथम और द्वितीय में 1.47 करोड़ रु. की 11 संपत्तियां बिकीं। कोटा वृत्त में 2.45 करोड़ रु. की 23 संपत्तियां, बीकानेर वृत्त में 98.62 लाख रु. की 5 संपत्तियां, उदयपुर वृत्त में 5.17 करोड़ रु. मूल्य की 28 संपत्तियां और अलवर वृत्त में 3.61 करोड़ रु. की 29 संपत्तियां बिकीं।जोधपुर की मधुबन योजना में 9 वर्ग मीटर की एक दुकान जिसका न्यूनतम बिक्री मूल्य 6.75 लाख रूपए रखा गया था, जबकि यह दुकान 49 लाख रूपए में बिकीं। इसी तरह हाउसिंग बोर्ड के बुधवार नीलामी उत्सव के तहत जयपुर वृत्त प्रथम में 71.25 लाख रुपए की तीन संपत्तिया और जयपुर वृत्त तृतीय में 67.21 लाख रुपए की चार संपत्तिया बिकीं। इसी तरह जोधपुर वृत्त प्रथम और द्वितीय में 1.21 करोड़ रुपए की 9 संपत्तिया बिकीं। कोटा वृत्त में 1.71 करोड़ रुपए की 21 संपत्तिया, बीकानेर वृत्त में 16.77 लाख मूल्य की 2 संपत्तिया, उदयपुर वृत्त में 1.46 करोड़ रुपए की 12 संपत्तिया और अलवर वृत्त में 3.34 करोड़ रुपए की 32 संपत्तिया बिकीं हैं।