चूरू। मंगलवार तड़के जारी हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग की कनिष्ठ विधि अधिकारी भर्ती परीक्षा के परिणाम में चूरू की प्रतिभाओं ने हर बार की तरह परचम फहराया है। तारानगर के बलवीर सिंह सैनी ने राज्य में छठी रैंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है।
इसके अलावा चूरू की सुश्री पोषिता पंवार, श्रीमती ममता स्वामी, पूनम अग्रवाल और रामकृष्ण भी कनिष्ठ विधि अधिकारी चुने गए हैं। सभी चयनितों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, परिजनों के साथ स्व. महावीर सिंह यादव के आशीर्वाद और आरजेएस चंद्रशेखर पारीक एवं वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र सैनी को दिया है। सभी चयनित स्व. महावीर सिंह यादव की प्रेरणा से चल रहे विधि सत्संग संस्थान से जुड़े हैं।
तारानगर के बलवीर सिंह सैनी ने राज्य भर में छठा स्थान प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया है। किसान परिवार के सुरजीत सिंह एवं ज्याना देवी के पुत्र बलवीर सिंह ने बताया कि स्व. महावीर सिंह यादव का आशीर्वाद उनके साथ रहा और चंद्रशेखर यादव एवं महेंद्र सैनी ने लगातार पढ़ने और कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित किया। बड़े भाई बाबूलाल सैनी एवं बलदेव सैनी ने भी हर तरह से सपोर्ट किया। भर्ती परीक्षा में मिली इस सफलता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बलवीर ने कहा कि युवाओं को किसी भी प्रकार की असफलता पर निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि असफलता हमें यह सिखाती हैं कि हमें किन कमजोरियों पर और काम करने की जरूरत है।
चूरू के व्यवसायी ताराचंद अग्रवाल एवं सुनीता अग्रवाल की बेटी पूनम अग्रवाल ने राज्य में 26वीं रैंक प्राप्त की है। पूनम ने अपनी सफलता का श्रेय को अपने माता-पिता, चंद्रशेखर पारीक, महेंद्र सैनी एवं बड़ी बहिन डॉ सपना अग्रवाल एवं सपोर्ट करने वाले सभी मित्रों को दिया है।
चूरू अभिभाषक संघ के सदस्य रामकृष्ण ने राज्य में 77 वीं रैंक हासिल की है। खेती-बाड़ी करने वाले हेेमराज एवं चन्नू देवी के बेटे रामकृष्ण ने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय विधि सत्संग परिवार, माता-पिता एवं परिजनों को दिया है।
चूरू के एडवोकेट स्व. राकेश पंवार एवं उमा पंवार की बेटी पोषिता पंवार का चयन भी कनिष्ठ विधि अधिकारी पद पर हुआ है। राष्ट्रपति अवॉर्डी रेंजर रही पोषिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, परिवारजनों, चंद्रशेखर पारीक, महेंद्र सैनी, बलवीर सैनी को दिया है।
अनेक व्यक्तिगत कठिनाइयों से जूझ रही चूरू की ममता स्वामी ने कनिष्ठ विधि अधिकारी परीक्षा में सफलता हासिल कर एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिजनों, चंद्रशेखर पारीक एवं महेंद्र सैनी के साथ-साथ सर्वाधिक अपने पति स्व.महिपाल स्वामी को देना चाहूंगी, जिन्होंने दसवीं के बाद सारी पढ़ाई करवाई और हमेशा आगे बढ़ने का हौसला दिया।
विधि सत्संग संस्था के महेंद्र सैनी ने बताया कि संस्था से जुड़ी़ जोधपुर की ममता गहलोत, गंगानगर की पुष्पा, जोधपुर की राजनंदिनी जोधा, बीकानेर की रूबी सोनी, बीकानेर की सपना कोठारी, झुंझुनूं की श्वेता स्वामी, नागौर की सरिता, जयपुर की शालू शेखावत ने भी कनिष्ठ विधि अधिकारी भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल की है।