भूमि अवाप्त हो गई लेकिन नहीं मिला मुआवजा..बगरू विधायक ने ‘बुलंद की किसानों की आवाज’!

विधानसभा में एक बार फिर गरजे डॉ. कैलाश वर्मा, जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों को उठाया, राज्य सरकार के बजट की जमकर तारीफ, विपक्ष पर साधा निशाना


बगरू/जयपुर। विधानसभा की कार्रवाई के दौरान शुक्रवार को बगरू विधायक डॉ. कैलाश वर्मा का एक बार फिर बेबाक अंदाज नजर आया। डॉ. वर्मा ने सदन में राज्य व केंद्रीय बजट की प्रशंसा करते हुए इसे जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप बताया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने जिस तरह खाली खजाने के साथ, लंगड़ी वित्त व्यवस्था सौपी है, उसमें यह बजट संजीवनी का काम करेगा। बगरू विधायक ने अनुदान की मांग संख्या 39 एवं 40 पर बोलते हुए ग्राम सिरोली की कृषि भूमि को डि-एक्वायर करने, इन्द्रा गांधी नगर विस्तार के लिए अवाप्त भूमि से प्रभावित किसानों को शिविर लगाकर पट्टे/मुआवजा देने, ग्राम दांतली एवं गोविन्दपुरा में अवाप्त की गई भूमि के काश्तकारों को पट्टे व मुआवजा देने, नंदपुरी से जगतपुरा की 80 फिट सेक्टर रोड़ बनाने, गोनेर स्थित विश्व प्रसिद्ध जगदीश महाराज की नगरी में विगत भाजपा सरकार के समय स्वीकृत 150 करोड़ के कार्यों को पूर्ण करने, सेंट्रल स्पाइन योजना अंतर्गत अवाप्त की गई भूमि के खातेदारों को मुआवजा दिलाने तथा अवैध अतिक्रमण हटाने संबंधी मांगें रखी। साथ ही उन्होंने रिंग रोड योजना से प्रभावित किसानों को मुआवजा/पट्टे जारी करने, कलवाड़ा स्थित सेज से प्रभावित किसानों को मुआवजा/पट्टे जारी करने, बगरू की नवसृजित नगर पालिका वाटिका में विकास कार्यों के लिए एक मुश्त 5 करोड़ रुपए आवंटित करने, ड्रेनेज सिस्टम निर्माण एवं बगरू में बस स्टेण्ड का निर्माण करवाने का भी आग्रह किया।

विधायक डॉ. वर्मा ने कांग्रेस की नीतियों पर उठाए सवाल
डॉ. कैलाश वर्मा ने इस दौरान कांग्रेस को भी जमकर घेरा और उनके भ्रष्टाचार गिनाते हुए विगत सरकार में प्रदेश के विकास प्राधिकरण को भ्रष्टाचार का पर्याय बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वयं कहा था कि जेडीए में भ्रष्टाचार हो रहा है। जिससे कोई अच्छा अफसर जेडीए में नहीं लगना चाहता है। उन्होंने द्रव्यवती नदी सौंदर्यकरण की दुर्गति, चंबल रिवर फ्रंट में घोटाले गिनाते हुए गहलोत सरकार को इसका जिम्मेदार बताया।