सूरसागर तालाब की जमीन को एक बार फिर बेचने की तैयारी, सीएडी विभाग के अधीन है उक्त जमीन  गुरुवार को जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचा मामला,

कोटा-सूरसागर तालाब की सैकड़ो बीघा जमीन पर भूमाफियावो ने एक बार फिर प्लाट काट कर बेचने की तैयारी करली है,इस पर रोक लगाने की मांग को लेकर गुरुवार को जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में मामला पहुंचा है,फरियादी विवेक सिंह ने बताया कि उक्त भूमि तालाब के नाम से राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है इस जमीन में से नहर निकालने के कारण सारी भूमि सीएडी के नाम दर्ज हो गई और तब से जमीन सिंचाई विभाग के अधीन ही चली आ रही है इस जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में भूमाफियावो ने प्लानिंग काटकर बेचना शुरू कर दिया इस समय प्लाट बेचने के लिए भूमाफियावो ने नया तरीका अपनाया है पहले वह स्वयं प्लाटों की बाउंड्री वॉल करते हैं ताकि लेने वाले को किसी तरह का डरना ना हो और फिर उसके बाद ऊंचे दामों में प्लाट बेच रहे है,

इस भूमाफियाओं ओर अधिकारियों की मिली भगत के खिलाफ कुछ लोगों ने जनहित याचिका दायर करते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की थी इसके बाद अदालत द्वारा नोटिस जारी किए गए ,कुछ समय के लिए तो यहां पर प्लाटों को बेचने का काम रुक गया था और प्रशासन ने  भूमाफियाओं द्वारा बनाई गई सड़कों को खोदकर रास्ते अवरुद्ध कर दिए थे

 स्थायी लोक अदालत द्वारा रायपुरा रोड स्थित थेगड़ा में सूरसागर तालाब और शिवसागर तालाब की जमीन को टुकड़े-टुकड़े में भूमाफिया की ओर से बेचने के मामले में जिला कलक्टर व नगर विकास न्यास सचिव को नोटिस जारी किया था इसके बाद भी इस समय भूमाफिया यहां पर धड़‌ल्ले से अभी भी प्लाट बेच रहे हैं लोक अदालत में एडवोकेट लोकेश सैनी द्वारा जनहित याचिका दायर करने के बाद कोर्ट ने जिला कलेक्टर व नगर विकास न्यास सचिव को इस बाबत नोटिस जारी किया था और 11 मई तक जवाब तलब किया था। इसके बाद प्रशासन द्वारा खानापूर्ति करते हुए केवल नहर की साइड से बनाए गए रोडो को खोदकर रास्ते बंद किए थे प्रशासन की अनदेखी के कारण भूमाफिया ने डेढ़ सौ बीघा में फैले तालाब की जमीन पर कॉलोनियां काटकर बेच डाली। अब भी तालाब की जमीन के बड़े हिस्से को बेचने की तैयारी चल रही है। इस समय कॉलोनी के कई

 

हिस्सों में भूमाफिया द्वारा सी सी रोडबनाए जा रहे हैं और उन्हें बेचने की तैयारियां चल रही है एक बड़े भूमाफिया ने तो अंदर की साइड दो-तीन कटले भी बना लिए हैं और एक हिस्से को स्कूल के लिए किराए पर देकर मोटा मुनाफाकमाया जा रहा है वहीं कई शो रूम व धार्मिक स्थल बना दिए गए हैं ताकि प्रशासन अगर अतिक्रमण हटाने आए तो सांप्रदायिक माहौल बनाकर प्रशासन को रोका जा सके इस मामले में न्यायालयमें एक जनहित याचिका दायर की थी और बताया था कि कोटा में 150 बीघा भूमि पर फैले रियासतकालीन सूरसागर तालाब शिवसागर तालब को भूमाफिया ने टुकड़े कर बेच दिया।धड़ल्ले से चल रहा निर्माणभूमाफिया ने दई मुख्य नहर से सटे तालाब की जमीन पर भी कब्जे कर भूखण्ड काटना प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए उक्त तालाब की भूमि पर सीसी सड़क बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। यह जमीन सीएडी की है, लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया है।इस बारे में शिकायतकर्ता विवेक सिंह ने बताया कि अगर विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई तो जल्दी ही मामला लोकायुक्त जयपुर में दर्ज कराया जाएगा

 

इनका कहना है...-इस बारे में जनसुनवाई में मामला जानकारी में आया है इसकी जांच कराई जा रही है जो भी दोषी आदमी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी तथा प्लाटों के रूप में बनाई गई बाउंड्री वॉल को तोड़ा जाएगा जिला कलेक्टर।उक्त भूमि तालाब के नाम से दर्ज है साथ ही राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकिन तालाब अधीन सिंचाई विभाग, के नाम दर्द है तालाब का स्वरूप नहीं बदला जा सकता। पहले तालाब में सिंघाड़े की खेती की जाती थी, और प्रशासन द्वारा 50 साल पहले इसमें सिंघाड़े की खेती करने वाले परिवारों को 5-6, बीघा जमीन अस्थाई रूप से आवंटित की थी लेकिन अनदेखी के चले यहां कॉलोनी बस गई।

 

रफ़ीक़ पठान